नेता प्रतिपक्ष खड़गे ने जगदीप धनखड़ सदन में क्यों कहा काफी रात हो गई आप चले गए तो...
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ सदन में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक ऐसी टिप्पणी कर दी जिसपर उन्होंने पलटवार करते हुए कहा वह किसान के बेटे हैं और इस देश का किसान किसी से नहीं डरता है।

लोकसभा के बाद गुरुवार को वक्फ संशोधन विधेयक राज्यसभा में पेश किया गया। 12 घंटे ऊपरी सदन में चली बहस के बाद रात करीब ढाई बजे इसे सरकार ने भारी बहुमत से पारित कर लिया। इस बिल के समर्थन में 128 जबकि विरोध में 95 वोट पड़े।अब राष्ट्रपति के दस्तखत होते ही यह बिल कानून का रूप लेगा। इससे पाहले जब राज्यसभा में इस बिल पर चर्चा हो रही थी तब सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस भी देखते को मिली, वही राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़सदन में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक ऐसी टिप्पणी कर दी जिसपर उन्होंने पलटवार करते हुए कहा वह किसान के बेटे हैं और इस देश का किसान किसी से नहीं डरता है।
सदन की कारवाई से हटाई गई टिप्पणी
दरअसल राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पारित होने के बाद रात ढाई बजे के करीब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में फरवरी में लगाए गए राष्ट्रपति शासन पर संवैधानिक संकल्प को चर्चा के लिए प्रस्तुत किया। इस पर खड़गे ने अनुरोध किया कि यह चर्चा सदन की अगली बैठक में कराई जा सकती है क्योंकि अभी काफी रात हो गई है। कांग्रेस नेता ने इसे लेकर कुछ टिप्पणी की, जिसे सभापति ने तत्काल सदन की कार्यवाही से हटा दिया। उन्होंने खड़गे की टिप्पणी का जवाब देते हुए कहा कि भारत का किसान और किसान का बेटा किसी से नहीं डरता, किसी भी परिस्थिति में वह नहीं डरता है।इसके बाद खड़गे ने संवैधानिक संकल्प पर चर्चा की शुरुआत की।
उपसभापति ने खड़गे को दिया जवाब
इसके कुछ ही देर बाद, अभी खड़गे बोल ही रहे थे कि सभापति आसन से उठकर जाने लगे और उपसभापति हरिवंश उनकी जगह पर कार्यवाही का संचालन करने के लिए आए। इस पर खड़गे ने सभापति से कहा, "सर, अगर आप चले गए तो हमारा पूरा जोश चला जाएगा।" खड़गे की इस टिप्पणी पर उपसभापति हरिवंश ने हंसते हुए सवाल किया, "मेरे आने पर जोश कम हो गया?" जवाब में खड़गे ने सत्ता पक्ष के सदस्यों की तरफ इशारा करते हुए कहा, "नहीं, आपका फिक्स है, एक बार आप बैठते हैं तो फिर उधर ही देखते हैं।" इस पर उपसभापति ने कहा, "मैं आपको ही देखता हूं।"
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