Pahalgam: कलमा पढ़ने पर भिड़ गये Swara Bhaskar और Nishikant Dubey !
पहलगाम में जिस तरह से आतंकवादियों ने धर्म पूछ कर हिंदुओं को मारा उसके बाद बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे कलमा सीखने लगे जिस पर स्वरा भास्कर ने ऐसा तंज मारा कि बौखलाए निशिकांत दुबे बोलने लगे, धर्म परिवर्तन करने वाले मुल्ले भी ज्ञान बांट रहे हैं ?

कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी वारदात के दौरान किस तरह से हिंदुओं का धर्म पूछ कर उन्हें मौत के घाट उतारा गया. ये इसी बात से समझ सकते हैं कि असम यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर को हिंदू होने के बावजूद कलमा पढ़ कर अपनी जान बचानी पड़ी थी. यही वजह है कि झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने तंज मारते हुए कहा कि अशहदु अल्लाह इल्लाह इल्लल्लाहु वह दहु ला शरी-क लहू व अशदुहु अन्न मुहम्मदन अब्दुहु व रसूलुहु आजकल कलमा सीख रहा हूं, पता नहीं कब जरूरत पड़े.
पहलगाम में धर्म पूछ कर मारे गये हिंदुओं के बाद जैसे ही बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि आजकल कलमा सीख रहा हूं, पता नहीं कब जरूरत पड़े उनके इस बयान के बाद मोदी विरोधी उनके पीछे पड़ गये. फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने तंज मारते हुए कह दिया मोदी है तो मुमकिन है. तो वहीं दूसरी तरफ फहद से शादी करने वालीं फिल्म एक्टर स्वरा भास्कर ने भी निशिकांत दुबे ने तंज मारते हुए कहा कि बताओ 67 साल के ज्यादातर कांग्रेस सरकार में ये ना करना पड़ा, 2014 की ‘असली आजादी’ के बाद क्या हाल हो गया ?
एक हिंदू होने के बावजूद NCP नेता फहाद अहमद के साथ शादी करने वालीं स्वरा भास्कर ने जैसे ही कलमा वाले ट्वीट को लेकर निशिकांत दुबे पर तंज मारा. उन्होंने भी पलटवार करते हुए कहा कि धर्म परिवर्तन करने वाले मुल्ले भी ज्ञान बांट रहे हैं ? पहलगाम हमले के बाद एक तरफ जहां मोदी सरकार पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को सबक सिखाने में लगी हुई है. तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और स्वरा भास्कर सोशल मीडिया के मैदान पर एक दूसरे से लड़ रहे हैं.
आपको बता दें 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के दौरान आतंकवादी धर्म पूछ कर हिंदुओं को मार रहे थे. तभी असम यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर देबाशीष भट्टाचार्य ने चालाकी दिखाते हुए एक हिंदू होने के बावजूद कलमा पढ़ कर अपनी जान बचाई थी. जिसके बारे में मीडिया से बात करते हुए बताया गोलियां चलने के बाद आतंकियों को देखते ही आसपास के लोग जमीन पर लेट गए और कलमा पढ़ना शुरू कर दिया, उन्हें देख कर मैं भी जोर-जोर से ला इलाहा इल्लाह बोलने लगा, एक आतंकवादी हमारे करीब आया और मेरे बगल में लेटे एक व्यक्ति को गोली मार दी, फिर उसने मेरी तरफ देखा और पूछा कि क्या कर रहे हो ? मैंने उसके सवाल का जवाब तो नहीं दिया, लेकिन जोर-जोर से कलमा पढ़ना शुरू कर दिया, जैसे ही आतंकी वहां से गए, मैं अपनी पत्नी और बेटे के साथ तुरंत उस जगह को छोड़कर वापस चलने लगे, मैंने किसी तरह वहां लगे बाड़ को पार कर बचने में कामयाब रहा, करीब दो घंटे तक पैदल चलने के बाद हमें एक स्थानीय व्यक्ति मिला, जिसने पहलगाम तक वापस जाने का रास्ता बताया.
कलमा पढ़ कर प्रोफेसर ने तो खुद की जान बचा ली लेकिन जिन हिंदुओं और ईसाइयों को कलमा पढ़ना नहीं आता था. आतंकवादियों ने उन्हें मौत के घाट उतार दिया. जिसके बाद बाद बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे कहने लगे कि आजकल कलमा सीख रहा हूं, पता नहीं कब जरूरत पड़े. जिस पर स्वरा भास्कर भी तंज मारने लगीं कि 67 साल के कांग्रेस सरकार में भी ये नहीं करना पड़ा लेकिन 2014 की ‘असली आजादी’ के बाद क्या हाल हो गया. दोनों के बीच इस वार पलटवार पर आपका क्या कहना है अपनी राय हमें कमेंट कर जरूर बताएं. साथ ही पहलगाम हमले की पीड़िता ने क्या कुछ कहा आइये आपको सुनाते हैं.