तमिलनाडु भाजपा को मिला नया प्रदेश अध्यक्ष! दिग्गज नेता नैनार नागेंद्रन को मिली कमान ?
तमिलनाडु भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को लेकर जिस नाम पर सबसे ज्यादा चर्चा चल रही थी. उस पर गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के जरिए अपनी मुहर लगा दी है. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि "तमिलनाडु भाजपा को प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए केवल श्री नैनार नागेंद्रन का नामांकन मिला है. तमिलनाडु भाजपा इकाई के अध्यक्ष के रूप में के. अन्नामलाई ने सराहनीय उपलब्धियां हासिल की हैं.चाहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों को लोगों तक पहुंचाना हो या गांव-गांव तक पार्टी के कार्यक्रमों को पहुंचाना हो, अन्नामलाई का योगदान अभूतपूर्व रहा है. भाजपा अन्नामलाई के संगठनात्मक कौशल का लाभ पार्टी के केंद्रीय संगठन में उठाएगी।"

गृहमंत्री अमित शाह ने तमिलनाडु के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद के चेहरे पर मुहर लगा दी है. AIADMK के पूर्व कैबिनेट मंत्री और बीते 9 सालों से भाजपा में बड़ी भूमिका निभा रहे नैनार नागेंद्रन को निर्विरोध प्रदेश अध्यक्ष चुना गया. वह तमिलनाडु भाजपा के 13वें अध्यक्ष हैं. उनके नाम का प्रस्ताव 10 वरिष्ठ नेताओं ने दिया है. उन्हें प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष अन्नामलाई का भी समर्थन मिला है. जिन्होंने इस चुनाव को न लड़ने का फैसला किया था. बता दें कि इस पद के लिए चल रही नामांकन प्रक्रिया के तहत केवल एक ही नामांकन नैनार का हुआ था.
तमिलनाडु बीजेपी को मिला नया प्रदेश अध्यक्ष
तमिलनाडु भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को लेकर जिस नाम को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा चल रही थी. उस पर गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के जरिए अपनी मुहर लगा दी है. अमित शाह ने अपनी पोस्ट में लिखा कि "तमिलनाडु भाजपा को प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए केवल श्री नैनार नागेंद्रन का नामांकन मिला है. तमिलनाडु भाजपा इकाई के अध्यक्ष के रूप में के. अन्नामलाई ने सराहनीय उपलब्धियां हासिल की हैं.चाहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों को लोगों तक पहुंचाना हो या गांव-गांव तक पार्टी के कार्यक्रमों को पहुंचाना हो, अन्नामलाई का योगदान अभूतपूर्व रहा है. भाजपा अन्नामलाई के संगठनात्मक कौशल का लाभ पार्टी के केंद्रीय संगठन में उठाएगी."
कौन है नैनार नागेंद्रन ?
साल 2017 में भारतीय जनता पार्टी में आए.नैनार नागेंद्रन तमिलनाडु की राजनीति के काफी प्रभावशाली और अनुभवी नेता हैं. उनका राजनीतिक सफर काफी लंबा और अनुभवों से भरा है. भाजपा में आने से पहले उन्होंने जयललिता की पार्टी अन्नाद्रमुक में कई वर्षों तक बड़ी भूमिका निभाई है. साल 2001 में वह अन्नाद्रमुक के टिकट पर तिरुनेलवेली सीट से पहली बार विधायक बने. लेकिन 2006 की विधानसभा चुनाव में उन्हें हार मिली. जयललिता सरकार में कई अहम विभागों में अपनी जिम्मेदारी संभाली. इनमें परिवहन, उद्योग और बिजली जैसे कई अहम विभाग शामिल रहें. साल 2011 में भी वह इसी सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे. हालांकि इस बार उन्हें मंत्री पद नहीं मिला. साल 2016 के विधानसभा चुनाव में भी उनकी हार हुई थी.
पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की मौत के बाद भाजपा में शामिल हुए
बता दें कि नैनार ने करीब दो दशकों तक अन्नाद्रमुक पार्टी में अपनी भूमिका निभाई. उसके बाद दिसंबर 2016 में तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की मृत्यु के बाद साल 2017 में वह भाजपा में शामिल हो गए. भाजपा में शामिल होते ही उन्होंने पार्टी में अपनी मजबूत पकड़ बनाई और संगठन को भी काफी मजबूत किया. साल 2021 की विधानसभा चुनाव में उन्होंने तिरुनेलवेली सीट से जीत दर्ज की. जिसके बाद विधानसभा में उन्हें भाजपा ने विधायक दल का नेता चुना. वह लोकसभा चुनाव में भी अपना हाथ आजमा चुके हैं. लेकिन उन्हें कोई सफलता नहीं मिली. 2019 और 2024 के दोनों चुनावों में उन्हें हार मिली.
तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से पहले मिली बड़ी जिम्मेदारी
तमिलनाडु में अगले साल यानी 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं. भाजपा उस चुनाव को देखते हुए अभी से तैयारियों में जुट गई है. गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में अधिकतर प्रदेशों में नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश लगातार चल रही है. नैनार नागेंद्रन को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर भाजपा ने एक तीर से दो निशाने साधने की कोशिश की है. जानकारी के लिए बता दें कि साल 2026 विधानसभा चुनाव भाजपा AIADMK के गठबंधन के साथ लड़ेगी. नैनार इससे पहले इस पार्टी में 2 दशकों से ज्यादा का समय बिता चुके हैं. कई नेताओं के साथ उनका अभी भी अच्छा मेल- जोल है. अब दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन होने पर नैनार सबकी पसंद होंगे.
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