Delhi Election Result: Zero पर सिमटी Congress तो पाकिस्तानी Danish ने Rahul Gandhi पर मारा तंज !
Delhi Election Result: Congress के साथ-साथ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी इस चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी थी,लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस को एक सीट तक नहीं जिता पाए। जिस पर पाकिस्तान के लोग भी मजे ले रहे हैं

जिस कांग्रेस ने शीला दीक्षित के दौर में लगातार तीन बार राजधानी दिल्ली की सत्ता हासिल की, उसी कांग्रेस की आज ऐसी हालत हो गई है कि राहुल गांधी के राज में लगातार दूसरी बार विधानसभा चुनाव में खाता भी नहीं खोल पाई। कांग्रेस के साथ-साथ दोनों भाई-बहन यानी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी इस चुनाव में पूरी ताकत झोंक दी थी, मगर अफसोस की बात ये रही कि कांग्रेसी जननायक राहुल गांधी अपनी पार्टी कांग्रेस को एक सीट तक नहीं जिता पाए। जिस पर पाकिस्तान के लोग भी मजे ले रहे हैं, और पेट्रोल पंप पर खड़े राहुल गांधी की तस्वीर शेयर करते हुए तंज मार रहे हैं कि जीरो चेक कर लो सर।
दरअसल, एक दौर था जब शीला दीक्षित राजधानी दिल्ली की मुख्यमंत्री हुआ करती थीं, और उनके चेहरे पर कांग्रेस लगातार तीन बार सत्ता में भी आई। लेकिन जबसे अरविंद केजरीवाल का दौर शुरू हुआ, कांग्रेस का सत्ता में आना तो भूल ही जाइए, खाता खोलने में भी पसीने छूट रहे हैं।
दिल्ली चुनाव के नतीजे
- साल 2015 के चुनाव में AAP सत्ता में आई और कांग्रेस को 8 सीट ही मिल पाई
- साल 2020 के चुनाव में भी AAP सत्ता में आई और कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया
- साल 2025 के चुनाव में BJP सत्ता में आई और इस बार भी कांग्रेस पूरी तरह साफ हो गई
राजधानी दिल्ली में लगातार दूसरी बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जीरों पर सिमटी तो पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया भी कांग्रेस का मजाक उड़ाने से खुद को नहीं रोक पाए, और सोशल मीडिया पर राहुल गांधी से जुड़ा एक मीम पोस्ट किया, जिसमें राहुल गांधी पेट्रोल पंप पर तेल भरते हुए नजर आ रहे हैं, और फोटो के नीचे लिखा है जीरो चेक कर लो सर, जिसे एक लाख से भी ज्यादा लोगों ने देखा। तो वहीं बीजेपी भी कांग्रेस की हार पर खूब मजे ले रही है। हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज ने तो एक बयान में कहा कि दिल्ली के समझदार लोगों ने बहुत अच्छा फैसला दिया है कि कांग्रेस अब इस देश में जीरो है।
इतना ही नहीं, राजस्थान के सीएम भजन लाल शर्मा ने तो सात फरवरी को ही भविष्यवाणी कर दी थी कि आठ फरवरी को जब दिल्ली चुनाव के नतीजे आएंगे तो देख लेना कांग्रेस जीरो पर सिमट जाएगी।
सीएम भजन लाल की भविष्यवाणी सच साबित हुई और कांग्रेस दिल्ली में एक बार फिर जीरो पर ही सिमट गई। तो वहीं आपको बता दें...
- साल 1998, 2003 और 2008 में लगातार शीला दीक्षित के चेहरे पर कांग्रेस चुनाव जीतती रही
- साल 2013 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की वजह से किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला
- नतीजों के बाद 48 दिन तक AAP और कांग्रेस ने मिलकर सरकार चलाई लेकिन गठबंधन टूट गया
- 2014 में केजरीवाल सरकार गिरते ही राजधानी दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया
- ठीक एक साल बाद साल 2015 में विधानसभा चुनाव हुआ तो कांग्रेस 8 सीटों पर सिमट गई
- 2020 में भी केजरीवाल के दम पर AAP दोबारा सत्ता में आई और कांग्रेस जीरो पर सिमट गई
इतना ही नहीं 2025 के चुनाव में भी कांग्रेस खाता भी नहीं खोल पाई। इसी बात से समझ सकते हैं कि सोशल मीडिया पर कांग्रेस की क्यों फजीहत हो रही है। जब दिल्ली में चुनाव हो रहा था तो राहुल गांधी कभी बिहार और मध्य प्रदेश में चुनावी रैलियां कर रहे थे, तो कभी विदेश दौरे पर घूम रहे थे। शायद यही वजह रही कि दिल्ली वालों ने कांग्रेस को पूरी तरह से नकार दिया और एक सीट देने लायक भी नहीं समझा।