‘बंगालन’ ने दी मोदी को ‘काटने’ की धमकी ! देश की जनता ने बांध दिया इलाज !
मोदी को ‘काटने’ की धमकी देने वाली ‘गुंडी’ का देश की जनता ने कर दिया इलाज ! देखिये क्या है पूरी ख़बर ?

हद तो तब हो गई जब बंगाल से सामने आए एक वीडियो में महिला ने मोदी को काटने तक की सीधी सीधी धमकी दे डाली.मोदी सरकार के खिलाफ कुछ लोगों में ऐसा ज़हर भरा हुआ है कि वो मोदी को काटने की, उनकी ज़ुबान को काटने की सीधे तौर पर धमकी दे रहे हैं. धमकी देने वाला कोई आदमी नहीं बल्कि महिला है जो टोपी लगाए मुसलमानों के बीच खड़े होकर बंगाली में मोदी को गंदा गंदा बोल रही है, कह रही है कि वो यहां आकर तो दिखाए. वक्फ कानून के विरोध में चिल्ला रही बंगाल की ये महिला कहती है:
हाथ कैसे लगाया? मोदी के हाथ काट दूंगी. वो यहां आएगा तो उसे जला दूंगी. वो उसकी संपत्ति नहीं है, मोदी के बाप ने नहीं खरीदी है. वो मेरी संपत्ति है, उसे वापस कर दे. यहां आएगा तो मैं काट दूंगी, कोई उसे बचा नहीं पाएगा.
मतलब ये महिला प्रधानमंत्री मोदी पर बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी कर रही है और कोई रोकने टोकने वाला नहीं है. इसी महिला के वीडियो को शेयर करते हुए एक यूज़र ने सोशल मीडिया पर लिखा - मैं मोदी को काट दूंगी, मोदी की ज़ुबान काट दो, मोदी के हाथ काट दो: इस्लाम की शहज़ादी… सोचिए इन दानवों ने कैसे कैसे शैतान पैदा किए होंगे जो हमारे आपके बीच रह रहे हैं.
एक तरफ ऐसे ऐसे लोग हैं जो मोदी को काटने की धमकी दे रही हैं और दूसरी तरफ इसी बंगाल से कुछ महिलाओं की रोने बिलखने की तस्वीरें भी विचलित करती हैं. ये महिलाएं बताती हैं कि कैसे इज़्ज़त के बदले परिवार को छोड़ने की मांग रखी गई. इन महिलाओं का बयान आपको आगे सुनवाएंगे, लेकिन उससे पहले देश की जनता ने इस महिला को किस तरह से सबक सिखाया है वो आपको देखना चाहिए.
सोशल मीडिया पर एक यूज़र ने महिला को सबक सिखाते हुए लिखा - ये पक्का रोहिंग्या होगी, कागज़ देखिए इसका… अभी आवाज बंद हो जाएगी. एक और यूज़र ने लिखा - ऐसा थर्ड क्लास नागरिक पूरी दुनिया में कभी नहीं देखा गया. गृह मंत्रालय को ऐसे लोगों पर कार्रवाई करनी चाहिए जिन्होंने उन्हें ऐसे बेतुके शब्दों का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया. इस महिला को उसके साथियों के साथ बंगाल की खाड़ी में फेंक देना चाहिए. ऐसी महिलाओं पर कोई दया नहीं होनी चाहिए.
तो वहीं एक और यूज़र ने लिखा - दुनिया के दो देश जिन्होंने इन्हें इनकी "औकात" दिखा दी है और वो दो देश हैं चीन और इज़राइल. चीन ने इन्हें एक दायरे में रख रखा है और दूसरा इज़राइल है जिसने इन्हें इनकी औकात से भी ज्यादा मस्त सुविधाएं उपलब्ध करा दी हैं और भारत में भी ये लोग "इज़राइली" सुविधाएं ही चाहते हैं.
तो वहीं एक और यूज़र ने लिखा - इस तरह के लोग देश के नागरिक नहीं हो सकते बल्कि ये देश में घुसपैठ करके आए हैं और किसी की शह पर इतनी बातें करने की हिम्मत दिखा रहे हैं.
वैसे मेरे हिसाब से इन जैसे लोगों के लिए दुनिया में सिर्फ दो देश हैं जिन्होंने इन्हें इनकी "औकात" बता दी है कि किसी देश में कैसे रहना चाहिए.
बस कुछ इसी तरह से सोशल मीडिया पर जनता का इस महिला के खिलाफ गुस्सा फूट रहा है.