Yogi को ‘भोगी’ बोलने वालीं CM Mamata से एक महिला ने पूछ लिया ‘हलाला’ पर सवाल !
CM योगी ने बंगाल सरकार को दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की नसीहत दी तो CM ममता बनर्जी ने CM योगी को भोगी कह कर उनका मजाक उड़ाया, जिस पर एक महिला ने दिया सीएम ममता को करारा जवाब !

तो वहीं दूसरी तरफ, सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी होने के बावजूद उत्तर प्रदेश में कहीं कोई दंगा नहीं हुआ. क्योंकि वहां लोगों को अच्छी तरह से पता है कि योगी सरकार दंगाइयों के पोस्टर लगवाकर उन्हीं से वसूली भी करना जानती है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बंगाल की ममता सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि बंगाल जल रहा है और मुख्यमंत्री चुप हैं. दंगाइयों को शांति दूत कहती हैं. अरे, लातों के भूत बातों से कहां मानने वाले हैं.
मुख्यमंत्री योगी ने बंगाल सरकार को दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की नसीहत दी तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस कदर बुरा मान गईं कि मुस्लिम समुदाय के साथ एक बैठक के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री योगी को 'भोगी' कह कर उनका मजाक उड़ाना शुरू कर दिया.
जिस वक्त मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यूपी के मुख्यमंत्री योगी को ‘भोगी’ कह रही थीं, उस समय मंच पर बैठे मुस्लिम समुदाय के लोग मुस्कुरा रहे थे. लेकिन जल्द ही मुख्यमंत्री योगी का मजाक उड़ाना ममता बनर्जी को भारी पड़ गया जब एक महिला ने ही ममता को मंच से मुंहतोड़ जवाब दिया. महिला ने कहा कि मैं ममता से पूछना चाहती हूं कि चार विवाह करने वाले भोगी नहीं होते, हलाला करने वाले भोगी नहीं होते और ऐसे लोगों के वोट बैंक पर राजनीति करने वाले क्या भोगी नहीं होते.
मुख्यमंत्री योगी को 'भोगी' कहने वाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को करारा जवाब देने वाली इस महिला का नाम स्वाति तिवारी है. उन्हें आपने भी कभी न कभी जरूर सुना होगा. वह एक सोशल एक्टिविस्ट और टीवी पैनलिस्ट हैं जो मीडिया में सरकार का पक्ष रखती हैं. यही वजह है कि जब ममता बनर्जी ने मुख्यमंत्री योगी को 'भोगी' कहा तो स्वाति तिवारी ने पलटवार करते हुए पूछा कि चार विवाह करने वाले भोगी नहीं होते, हलाला करने वाले भोगी नहीं होते और ऐसे लोगों के वोट बैंक पर राजनीति करने वाले क्या भोगी नहीं होते.
यह बात तो पूरा देश जानता है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर लंबे समय से यह आरोप लगते रहे हैं कि वह मुस्लिम समाज पर कुछ ज्यादा ही मेहरबान रहती हैं. शायद यही वजह है कि मुर्शिदाबाद दंगे के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दंगा पीड़ितों से मिलने की बजाय मुस्लिम समाज से मिलना ज्यादा जरूरी समझा और उन्हें यह आश्वासन भी दिया कि हम पश्चिम बंगाल में वक्फ संशोधन कानून लागू नहीं होने देंगे.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दंगा पीड़ितों से मुलाकात करने नहीं पहुंचीं, तो पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस खुद दंगा पीड़ितों से मिलने पहुंचे. इससे पहले, अपने आवास पर भी उन्होंने दंगा पीड़ितों से मुलाकात की थी. हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल से अपील की थी कि वह मुर्शिदाबाद न जाएं, लेकिन ममता की अपील को ठुकराते हुए राज्यपाल दंगा प्रभावित इलाकों में पहुंचे और पीड़ितों का दर्द सुना.