एशिया में बनेगा नया देश? अपने कठपुतली यूनुस के साथ मिलकर अमेरिका जल्द कर सकता है म्यांमार को तोड़ने की भयंकर कार्रवाई
बांग्लादेश के नवनियुक्त राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार खलीलुर रहमान की 10वीं डिवीजन के अधिकारियों के साथ सीक्रेट मीटिंग हुई है. 10वां डिवीजन म्यांमार में अमेरिकी योजना के तहत शुरू होने वाले सैन्य अभियान के लिए प्रमुख केंद्र बनकर उभर रहा है. बांग्लादेश इस अभियान का प्रमुख हिस्सा होगा.

बांग्लादेश की सेना अपने पड़ोसी देश म्यांमार में चार साल से जारी गृह युद्ध में घुसने की तैयारी में है. म्यांमार में बांग्लादेश की एंट्री अमेरिकी प्लान का एक अहम हिस्सा है, इसके तहत रखाइन राज्य में अराकान आर्मी को सैन्य कार्रवाई में रसद और सप्लाई में मदद करना शामिल है. अमेरिका के इशारों पर नाचने वाले बांग्लादेश के कार्यकारी प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस ने योजना पर हामी भरते हुए इसको हरी झंडी दे दी है.
बांग्लादेश के NSA ने की सीक्रेट मीटिंग
बांग्लादेश आर्मी की रामू स्थित 10वां डिवीजन इस अभियान का केंद्र बनकर सभी के सामने आ रहा है. अब एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम घटी है, दरअसल बांग्लादेश के नवनियुक्त राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) खलीलुर रहमान की 10वीं डिवीजन के अधिकारियों के साथ सीक्रेट मीटिंग हुई है. शुक्रवार को हुई इस बैठक में जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल मोहम्मद असदुल्ला मिनहाजुल आलम भी शामिल थे.
कौन हैं खलीलुर रहमान?
जनरल मोहम्मद असदुल्ला मिनहाजुल आलम जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर हैं. इसके अलावा खलीलुर रहमान रोहिंग्या समस्या और प्राथमिकता वाले मामलों पर मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के उच्च प्रतिनिधि भी हैं. नॉर्थ ईस्ट न्यूज की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया है कि बांग्लादेशी सेना का 17वां और 24वां डिवीजन भी अराकान आर्मी को रसद और आपूर्ति सहायता पहुंचाने वाले इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है.
क्या है म्यांमार के लिए बांग्लादेश की योजना?
पहले आई एक रिपोर्ट से पता चला था कि म्यांमार के रखाइन में सैन्य रसद पहुंचाने के इरादे से बांग्लादेश की सेना ने टेकनाफ के पास एक विशाल सुविधा के निर्माण पर काम शुरू कर दिया है. सिलखाली सैन्य बेस के पास निर्मित होने वाली इस सुविधा से आपूर्ति और अन्य सामग्री को आगे बढ़ाने की योजना बनाई गई है. गठबंधन सेना म्यांमार सैन्य जुंटा के खिलाफ अमेरिका समर्थित छद्म युद्ध के हिस्से के रूप में इसका उपयोग करेगी. अराकान आर्मी का रखाइन राज्य के बड़े इलाके पर नियंत्रण है और जुंटा सेना केवल तीन शहरों तक सिमट गई है.
जल्द कर सकती है अराकान आर्मी कार्रवाई
अमेरिका से समर्थन मिलने वाले अभियान के अनुसार अराकान आर्मी अब राज्य के बाकी बचे इलाकों पर कब्जे के लिए जल्द ही सैन्य कार्रवाई शुरू कर सकती है. अमेरिकी अधिकारी इस अभियान के लिए बांग्लादेश में मौजूद हैं, इतना ही नहीं ये विभिन्न इलाकों का दौरा कर रहे हैं. 16 अप्रैल को ढाका पहुंचे अमेरिकी विदेश विभाग के तीन अधिकारियों के साथ एक बड़ी टीम का चटगांव हिल ट्रैक्स और कॉक्स बाजार का चुपचाप दौरा इसी योजना का हिस्सा था. अराकान आर्मी के नए अभियान के दौरान ये इलाके सैन्य रसद के उद्देश्य से महत्वपूर्ण स्थान होंगे.