बांग्लादेश से पींगे बढ़ा रहा था पाकिस्तान, लेकिन यूनुस सरकार ने कर दी माफी की मांग, अब पीछा छुड़ाना हो रहा भारी
बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तर की बैठक हुई, जिसमें बांग्लादेश ने कई पुराने और संवेदनशील मुद्दे उठाए. इस वार्ता में पाकिस्तान से मुक्ति संग्राम के दौरान के अत्याचार पर माफी और मुआवजे की मांग की गई.

बांग्लादेश में शेख हसीना और आवामी लीग की सरकार जाने के बाद पाकिस्तान और बांग्लादेश में दशकों से चली आ रही रिश्तों में खटास और कड़वाहट ख़त्म होती दिखी. मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार के आने के बाद दोनों देशों में कई स्तर की वार्ता हुई है जिसमें युनूस और शहबाज़ शरीफ की मुलाकात और सचिव स्तर की वार्ता शामिल है.
बांग्लादेश में भारत के ख़िलाफ़ उठते कथित विरोध के स्वर को पाकिस्तान हमेशा से अपने पक्ष में करने की कोशिश करता रहा है. इसी कड़ी में करीब 15 साल बाद पाकिस्तान-बांग्लादेश में सचिव स्तर की वार्ता हुई. इस बैठक में मुक्ति संग्राम सहित मुआवजा जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई. हालांकि ये बैठक उस समय पाकिस्तान के लिए सिरदर्द बन गई जब बांग्लादेश ने इसमें कई मुद्दे उठाए जिससे पाक हमेशा से भागता रहा है या उस पर खुलकर बोलने से बचता रहा है.
बांग्लादेश ने पाकिस्तान से माफी की मांग की
बांग्लादेश ने पाकिस्तान से 1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान पाकिस्तानी सेना द्वारा बंगालियों (तब का पूर्वी पाकिस्तान) के खिलाफ किए गए अत्याचारों के लिए औपचारिक माफी मांगने को कहा है. बांग्लादेश ने पाकिस्तान से कहा कि वह 1971 की ज्यादती के लिए सार्वजनिक माफी मांगे और मुआवजा दे.
बांग्लादेश ने पाकिस्तान से मांग लिए पैसे
बांग्लादेश ने पाकिस्तान की परिसंपत्तियों में अपना हिस्सा मांगते हुए इस्लामाबाद से ढाका को बकाया 4.5 अरब डॉलर का मुआवजा अदा करने को भी कहा है. इसमें 1971 के युद्ध के दौरान बांग्लादेश छोड़ने में असमर्थ फंसे हुए पाकिस्तानियों की वापसी और 1970 के चक्रवात ‘भोला’ में मिली विदेशी मदद के पैसे की बात भी शामिल थी. ज्ञात हो कि 4.3 अरब डॉलर के मुआवजे में इसमें अविभाजित पाकिस्तान की 1971 से पहले की परिसंपत्तियों में से उसका हिस्सा शामिल है, जिसमें सहायता राशि, भविष्य निधि और बचत साधन शामिल हैं.
विदेश सचिव स्तर की बैठक में बांग्लादेश ने कई पुराने और संवेदनशील मुद्दे उठाए
बांग्लादेश ने विदेश सचिव स्तर की वार्ता में ऑपरेशन सर्चलाइट का भी जिक्र किया जिसमें, पाकिस्तानी सेना ने अनुमानित 30 लाख बंगालियों को मार डाला और दस लाख से अधिक महिलाओं के साथ बलात्कार किया था, जिसके बाद पाकिस्तान के साथ खूनी युद्ध के बाद 1971 में बांग्लादेश को स्वतंत्रता मिली.
दुनिया का सबसे घातक उष्णकटिबंधीय चक्रवात था 1970 का भोला चक्रवात
विश्व मौसम विज्ञान संगठन की रिपोर्ट के अनुसार, 1970 का चक्रवात भोला दुनिया का सबसे घातक उष्णकटिबंधीय चक्रवात था, जिसने वर्तमान बांग्लादेश में पांच लाख लोगों की जान ले ली थी. रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने 1970 के भोला चक्रवात के बाद बांग्लादेश को विदेशी सहायता में 200 मिलियन डॉलर का अपना हिस्सा आवंटित नहीं किया.
बिना मुद्दों के हल के संबंध की नीव मजबू नहीं हो सकती: बांग्लादेश
बांग्लादेश के विदेश सचिव मोहम्मद जशीमउद्दीन के हवाले से एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि, "हमारे संबंधों की ठोस नींव रखने के लिए इन मुद्दों को हल करने की आवश्यकता है."
बांग्लादेश के दौरे पर जाएंगे पाकिस्तान के विदेश मंत्री
बांग्लादेश और पाकिस्तान ने गुरुवार को पद्मा स्थित स्टेट गेस्ट हाउस में विदेश कार्यालय परामर्श (एफओसी) आयोजित किया. बांग्लादेश के विदेश सचिव मोहम्मद जशीम उद्दीन और पाकिस्तान के समकक्ष आमना बलूच ने एफओसी में अपने-अपने प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया. जशीम उद्दीन ने कहा कि पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार 27-28 अप्रैल को बांग्लादेश की आधिकारिक यात्रा पर आएंगे. उन्होंने उम्मीद जताई कि बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच सीधी उड़ानें जल्द ही शुरू की जाएंगी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बलूच ने बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस और विदेश मामलों के सलाहकार मोहम्मद तौहीद हुसैन से भी अलग-अलग मुलाकातें की और आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा की.