बांग्लादेश की इस गलती से नाराज़ इज़रायल, भारत के साथ मिलकर सिखाएगा सबक़ !
गाजा में इजरायली हमले को लेकर अरब देशों में शांति हैं। लेकिन दक्षिण एशिया के इस्लामिक देश खूब उबल रहे हैं। बांग्लादेश, पाकिस्तान और मालदीव जैसे देशों में इजरायल के खिलाफ नफरत की आंधी चल रही है

कट्टरपंथियों की कट पुतली बनकर काम कर रहे बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस भारत से पंगा लेने का एक भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं चीन और पाकिस्तान के कहने पर भारत के खिलाफ साज़िश रचने वाले यूनुस ने अब हद पार कर दी है. बांग्लादेश ने अब उस देश से पंगा ले लिया है जो अपने दुश्मनों को जड़ से उखाड़ फेंकने में विश्वास रखता है. अपनों और अपनी सुरक्षा के लिए जहां की सेना एक आदेश पर तबाही मचाने के लिए तैयार रहती है.वो देश जो फ़िलिस्तीन में बैठे हमास की तरफ़ से दिए गए 7 अक्टूबर के उस ज़ख़्म को कभी भूलना नहीं चाहता और उसे ही याद रखते हुए लगभग पूरे मिडिल ईस्ट में तबाही मचा चुका है. हम बात कर रहे हैं इज़रायल की "बांग्लादेश ने अब पाकिस्तान की राह पर चलते हुए इज़रायल से टक्कर ले ली है…बांग्लादेश ने इज़रायल को पाकिस्तान की तरह देश मानने से इनकार कर दिया है. आप ये जानकर हैरान होंगे की बांग्लादेश ने अपने पासपोर्ट पर साफ़ साफ़ लिख दिया है कि ये पासपोर्ट इज़रायल के लिए मान्य नहीं है. यानी इज़रायल का नाम लिखकर उसकी बेइज़्ज़ती कर दी है. यह क्लॉज 2021 से पहले भी पासपोर्ट में होता था, लेकिन प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार ने इसे हटा दिया था. अब चार साल बाद यह नीति फिर से लागू कर दी गई है. यानी की बांग्लादेश अब एक ऐसा देश बन गया है जिसने भारत, अमेरिका, कुछ हद तक रूस और इज़रायल से दुश्मनी मोल ले ली है"
शेख़ हसीने ने 2021 में इज़रायल से दोस्ती का हाथ बढ़ाया तो वो तब भी कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गईं थी.लेकिन अब ऐसे कट्टरपंथियों को खुश करने के लिए यूनुस सरकार ने इज़रायल को देश मानने से इनकार कर दिया. गृह मंत्रालय की उप सचिव नीलिमा अफरोज ने बताया कि 7 अप्रैल को पासपोर्ट विभाग को आधिकारिक निर्देश जारी कर दिया गया है. अब ऐसे में बांग्लादेशी सरकार ने अपने देश में पिछले कुछ समय से इज़रायल के खिलाफ उग प्रदर्शन को देखते हुए ये फ़ैसला जारी किया.इज़रायल से नफ़रत की आग बांग्लादेश में इतनी धधक चुक है कि कई शहरों में इज़रायली प्रोटेक्स बेचने वाले स्टोर पर हमले हुए यहां तक की इज़रायली प्रोडक्टस बेचने की अफवाह को लेकर भी कई स्टोर को निशाना बनाया गया गाजा में इज़रायल के ताबड़तोड़ एक्शन से बौखलाए अरब देशों में नाराज़गी है..सबसे ज़्यादा साउथ एशिया के मुस्लिम देश उबाल मार रहे हैं .पाकिस्तान, बांग्लादेश, यहां तक की मालदीव में भी इज़रायल के ख़िलाफ़ नफ़रत की आंधी चल रही है.
पाकिस्तान तो हमेशा से ही यहूदियों के ख़िलाफ ज़हर उगलता रहा है लेकिन अब बांग्लादेश और मालदीव भी इस लिस्ट में फिर से शामिल हो गए हैं. बांग्लादेश के अलावा मालदीव भी संसद में एक प्रस्ताव पारित कर इजरायली नागरिकों के देश में आने पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा कर चुका है वहीं इज़रायल ने भी अपने नागरिकों को तत्काल मालदीव से निकल जाने के लिए कहा है. लेकिन अब एक एक कर ऐसे देशों का इलाज शुरू होने वाला है. भारत, अमेरिका, रूस और अब इज़रायल से एक साथ पंगा लेने वाले बांग्लादेश का नंबर सबसे पहले आएगा .भारत तो पहले ही बांग्लादेश की साज़िश का करार जवाब दे चुका है. और उसे अपने नुकसान के बावजूद तोहफ़े में दी जाने वाली ट्रांस-शिपमेंट सुविधा को बंद कर दिया. अमेरिका वैसे ही हमास और हिज़बुल्लाह जैसे संगठनों का समर्थन करने वालों को सीधा करने में लगा है. वहीं रूस भी बांग्लादेश में भारत की मदद से बनाए जा रहे पहले न्यूक्लियर प्लांट का काम ठप पड़ जाने से नाराज़ है. इस न्यूक्लियर प्लांट की मंज़ूरी शेख़ हसीना ने दी थी लेकिन उनके देश छोड़ने के बाद ये काम रूक गया..पुतिन की आंखों में भी यूनुस खटकने लगे हैं. वहीं अब इज़रायल भी बांग्लादेश को छोड़ने वाला नहीं है. अमेरिका का फ़ुल सपोर्ट मिलने के बाद वैसे भी इज़रायल और ज़्यादा ख़ूंखार हो गया है.
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