किसी जज के खिलाफ महाभियोग भारतीय न्यायपालिका और लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह प्रक्रिया संविधान के अनुच्छेद 124(4) और 218 के तहत लागू होती है, जिसमें संसद में विशेष बहुमत से प्रस्ताव पारित कर जज को हटाया जा सकता है। हाल ही में जस्टिस शेखर कुमार यादव के विवादित बयान के बाद उनके खिलाफ महाभियोग की मांग उठी है।
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स्पेशल्स12 Dec, 202405:07 PMजज के खिलाफ संसद में महाभियोग कैसे लाया जाता है? जानें जज को हटाने की पूरी प्रक्रिया
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स्पेशल्स12 Dec, 202411:52 AMजानिए तलाक के बाद संपत्ति और गुजारा भत्ता को लेकर क्या कहता है हमारा कानून?
बेंगलुरु के AI इंजीनियर अतुल सुभाष मोदी के सुसाइड केस ने तलाक और गुजारा भत्ता (एलिमनी) के कानूनों पर एक बड़ी बहस छेड़ दी है। 24 पन्नों के सुसाइड नोट और डेढ़ घंटे के वीडियो में अतुल ने पत्नी निकिता और ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए। इस केस ने तलाक के बाद गुजारा भत्ता, संपत्ति में हिस्सेदारी और सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों पर चर्चा को नया आयाम दिया है। जानिए, कोर्ट के 8 अहम फैक्टर्स जो एलिमनी की रकम तय करने में मदद करते हैं।
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स्पेशल्स11 Dec, 202411:53 PMहर साल 73% पुरुष करते हैं आत्महत्या, जाने कौन है जिम्मेदार, समाज या मानसिक दबाव?
आधुनिक जीवनशैली, मानसिक दबाव और सामाजिक अपेक्षाओं के बीच पुरुष आत्महत्या के आंकड़े एक गहरी चिंता का विषय बन गए हैं। हाल ही में बेंगलुरु के AI इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या ने इस गंभीर समस्या पर देश का ध्यान खींचा। यह मामला सिर्फ एक घटना नहीं है, बल्कि समाज में गहराई तक पैठी उस समस्या का प्रतीक है जिसे लंबे समय तक अनदेखा किया गया है, क्योंकि हर साल हजारों पुरुष ऐसी परिस्थितियों का सामना करते हुए अपनी जान गंवा देते हैं।
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स्पेशल्स08 Dec, 202401:37 AM16 साइके एस्टेरॉयड, जो धरती के हर इंसान को बना सकता है अरबपति
सौरमंडल में एक अद्भुत एस्टेरॉयड, 16 साइके, मंगल और बृहस्पति के बीच स्थित है। यह एस्टेरॉयड न केवल आकार में विशाल है, बल्कि इसमें सोना, प्लैटिनम और लोहा जैसी बहुमूल्य धातुएं प्रचुर मात्रा में पाई जाती हैं। इसकी कुल मूल्यवृद्धि इतनी अधिक है कि यदि इसे पृथ्वी पर लाया जाता है, तो यह हर इंसान को अरबपति बना सकता है।
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स्पेशल्स08 Dec, 202412:52 AMक्या है प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट 1991? जिस पर 12 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट लेगा बड़ा फैसला लेगा?
प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट 1991, जो धार्मिक स्थलों की 1947 की स्थिति को बनाए रखने के लिए लाया गया था, अब विवादों में है। सुप्रीम कोर्ट 12 दिसंबर को इस कानून की संवैधानिक वैधता पर सुनवाई करेगा। हिंदू पक्षों ने दावा किया है कि कई मस्जिदें प्राचीन मंदिरों को तोड़कर बनाई गई हैं और इनका सर्वेक्षण किया जाना चाहिए।
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स्पेशल्स06 Dec, 202410:49 PMक्या है नॉर्मेलाइजेशन सिस्टम और क्यों हो रहा है इसका विरोध?
नॉर्मेलाइजेशन सिस्टम विभिन्न दिनों और पालियों में आयोजित होने वाली परीक्षाओं के परिणामों में समानता लाने के लिए लागू किया जाता है। नॉर्मेलाइजेशन का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि विभिन्न पाली में अलग-अलग प्रश्न पत्रों के कारण उत्पन्न होने वाले कठिनाई स्तर के भेद को समाप्त किया जा सके।
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स्पेशल्स03 Dec, 202401:00 AM2 करोड़ में नीलाम हुआ था हिटलर का ‘मौत का टेलीफोन',जानिए इसका डरावना इतिहास
यह टेलीफोन हिटलर के आदेशों का सजीव गवाह था, जिससे लाखों लोगों की मौत का रास्ता तय हुआ। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, हिटलर ने इसी फोन का उपयोग कर खतरनाक आदेश दिए थे। इसे ‘मौत का फोन’ कहा जाता है।
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स्पेशल्स02 Dec, 202404:47 PMNational Pollution Control Day 2024: भोपाल गैस त्रासदी से सीखें पर्यावरण संरक्षण का महत्व
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस (National Pollution Control Day) हर साल 2 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन 1984 में हुई भोपाल गैस त्रासदी की याद में मनाया जाता है, जो दुनिया की सबसे भयानक औद्योगिक दुर्घटनाओं में से एक थी। इस दिन का उद्देश्य लोगों को प्रदूषण के खतरों के प्रति जागरूक करना और पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करना है।
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स्पेशल्स01 Dec, 202402:01 AMजानिए कैसे IAS अफसर देने में हर साल अव्वल रहता है उत्तर प्रदेश?
UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2023" में उत्तर प्रदेश ने एक बार फिर IAS अफसर देने में पहला स्थान हासिल किया। 180 में से 27 अभ्यर्थी यूपी के हैं, जो इसे शीर्ष पर बनाए रखते हैं। राजस्थान 23 अभ्यर्थियों के साथ दूसरे और बिहार 11 अभ्यर्थियों के साथ तीसरे स्थान पर रहा।
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स्पेशल्स29 Nov, 202412:39 AMऑस्ट्रेलिया में बच्चों के लिए क्यों बैन किया गया सोशल मीडिया, जानें क्यों उठाया गया इतना बड़ा कदम?
ऑस्ट्रेलिया ने बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य की रक्षा के लिए सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर सख्त प्रतिबंध लगाए हैं। सरकार ने यह कदम साइबर बुलिंग, गोपनीयता उल्लंघन, और बच्चों पर पड़ने वाले नकारात्मक मानसिक प्रभावों को ध्यान में रखते हुए उठाया है। इसके तहत, 13 साल से कम उम्र के बच्चों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने से रोका जाएगा, और नियमों का पालन न करने वाले प्लेटफॉर्म्स पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा।
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स्पेशल्स29 Nov, 202412:23 AMदुनिया में कब-कब उठे EVM पर सवाल, कैसे कुछ देशों ने की बैलेट पेपर पर वापसी?
भारत में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर विवाद कोई नया मुद्दा नहीं है। यह बहस हाल के वर्षों में तेज हो गई है, खासतौर पर विपक्षी दलों द्वारा ईवीएम की पारदर्शिता और सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए गए हैं। यही नहीं, दुनिया के कई देशों में भी ईवीएम को लेकर विवाद हुआ है, और कुछ ने तो बैलेट पेपर पर वापस लौटने का फैसला तक किया है।
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स्पेशल्स28 Nov, 202412:03 AMकिराए की गोद का कारोबार, जानें भारत और यूक्रेन में क्यों है इतनी डिमांड?
सरोगेसी, जिसे 'किराए की गोद' के नाम से भी जाना जाता है, आज के समय का एक उभरता हुआ व्यवसाय है। इसमें महिलाएं अपनी कोख को उन दंपत्तियों के लिए किराए पर देती हैं जो प्राकृतिक रूप से बच्चा नहीं कर सकते। भारत, यूक्रेन, और गुयाना जैसे देश सरोगेसी के प्रमुख केंद्र बन गए हैं।
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स्पेशल्स26 Nov, 202405:43 PMकौन है Yogi का ये बाहुबली अफसर जिसने दंगाइयों की कमर तोड़ दी | Anuj Chowdhary | Sambhal
संभल बवाल में घायल हुए सीओ अनुज चौधरी के बारे में आपको बता दें इनका नाम योगी के तेज तर्रार पुलिस अफसरों में शुमार होता है... जिन्हें कोई सिंघम कहता है तो कोई कड़क अफसर कहता है… जानिए कौन हैं
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स्पेशल्स20 Nov, 202411:53 PMदेश के PM-CM नहीं तो कौन छीन सकता है IAS की नौकरी, किसके पास है यह पावर?
भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) की नौकरी को देश की सबसे प्रतिष्ठित और ताकतवर नौकरियों में से एक माना जाता है। IAS अधिकारियों को इतनी सुरक्षा और अधिकार दिए गए हैं कि उन्हें पद से हटाना बेहद जटिल प्रक्रिया है। इस नौकरी की प्रतिष्ठा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राज्य के मुख्यमंत्री से लेकर देश के प्रधानमंत्री तक के पास भी इन्हें बर्खास्त करने का सीधा अधिकार नहीं है।
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स्पेशल्स20 Nov, 202402:56 PMस्तन ढकने पर जब भारतीय महिलाओं को चुकाना होता था टैक्स, जानें क्या था 'मुलक्करम' टैक्स?
मुलक्करम, एक ऐतिहासिक कर था जो त्रावणकोर (वर्तमान केरल) में महिलाओं पर उनके स्तन ढकने के लिए लगाया जाता था। यह कर निचली जातियों की महिलाओं पर उनके समाजिक स्तर को नीचे रखने और उन्हें अपने स्तन खुले रखने के लिए मजबूर करने का एक तरीका था।