14 फरवरी को 'परीक्षा पे चर्चा' में पीएम मोदी देंगे स्टूडेंट्स को हेल्दी लाइफस्टाइल के टिप्स!
परीक्षा पे चर्चा' 2025 का चौथा एपिसोड 14 फरवरी को प्रसारित होगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विशेषज्ञ छात्र जीवन में स्वस्थ खानपान और अच्छी नींद के महत्व पर चर्चा करेंगे। न्यूट्रिशनिस्ट शोनाली सभरवाल और रुजुता दिवेकर सही आहार के बारे में मार्गदर्शन देंगी, जबकि पीएम मोदी परीक्षा के तनाव को कम करने के लिए जरूरी टिप्स साझा करेंगे।

देशभर के छात्रों को परीक्षा के तनाव से मुक्त करने और उन्हें प्रेरित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम इस बार एक नए और रोचक अंदाज में पेश किया जा रहा है। जहां पहले इस कार्यक्रम में परीक्षा की रणनीतियों, तनाव प्रबंधन और स्मार्ट स्टडी टेक्निक्स पर चर्चा होती थी, वहीं इस बार इसमें छात्रों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी जोर दिया जा रहा है।
'परीक्षा पे चर्चा' में क्या खास होगा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट करते हुए इस बात की जानकारी दी कि 14 फरवरी को प्रसारित होने वाले चौथे एपिसोड में अच्छा भोजन और अच्छी नींद की भूमिका पर चर्चा होगी। पीएम मोदी ने लिखा, "अगर आप सही भोजन करते हैं, तो आप अपनी परीक्षाएं भी बेहतर तरीके से लिख पाएंगे। परीक्षा पे चर्चा का चौथा एपिसोड परीक्षा की तैयारी से पहले खाने और अच्छी नींद के महत्व पर केंद्रित होगा।" इस कार्यक्रम में प्रसिद्ध न्यूट्रिशनिस्ट शोनाली सभरवाल और रुजुता दिवेकर शामिल होंगी, जो छात्रों को सही खान-पान और अच्छी नींद की आदतों के बारे में मार्गदर्शन देंगी। इसके अलावा, रेवंत हिमतसिंगका भी इस चर्चा में अपनी विशेषज्ञता साझा करेंगे।
क्यों जरूरी है अच्छा भोजन और पर्याप्त नींद?
शोध बताते हैं कि परीक्षा की तैयारी के दौरान सही आहार और पर्याप्त नींद का सीधा असर छात्रों की मेमोरी, ध्यान केंद्रित करने की क्षमता और परफॉर्मेंस पर पड़ता है।
सही खानपान का महत्व: जब छात्र जंक फूड या अस्वस्थ भोजन का सेवन करते हैं, तो उनकी ऊर्जा जल्दी खत्म हो जाती है, जिससे पढ़ाई में मन नहीं लगता। इसके विपरीत, न्यूट्रिशन से भरपूर भोजन—जैसे ड्राई फ्रूट्स, फल, हरी सब्जियां और प्रोटीन युक्त आहार—मस्तिष्क को आवश्यक पोषण देते हैं, जिससे स्मरण शक्ति और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ती है।
अच्छी नींद का असर: रातभर जागकर पढ़ाई करने वाले छात्रों को लगता है कि वे अधिक पढ़ाई कर रहे हैं, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो नींद पूरी न होने पर याददाश्त कमजोर होती है और एकाग्रता कम हो जाती है। सात से आठ घंटे की गहरी नींद लेने वाले छात्र परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करते हैं।
'परीक्षा योद्धा' बनने के लिए क्या करें छात्रों?
पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम में छात्रों को परीक्षा का डर निकालने और इसे एक उत्सव की तरह मनाने की सलाह दी है। उनका कहना है कि "परीक्षा योद्धा बनने के लिए आत्मविश्वास, सही रणनीति और स्वस्थ जीवनशैली आवश्यक है।" परीक्षा के दौरान जंक फूड से बचें और हल्का, पोषक आहार लें। कैफीन और शुगर युक्त चीजों का अधिक सेवन न करें, इससे एकाग्रता प्रभावित होती है। परीक्षा के कुछ दिन पहले से ही नींद का सही शेड्यूल बनाएं और कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें। पढ़ाई के बीच-बीच में ब्रेक लें, जिससे दिमाग को आराम मिले और उत्पादकता बढ़े।
आपको बता दें कि गुरुवार को प्रसारित हुए 'परीक्षा पे चर्चा' के तीसरे एपिसोड में टेक्नोलॉजी और शिक्षा के बीच संतुलन बनाने पर चर्चा की गई। इसमें एडलवाइस एसेट मैनेजमेंट की CEO राधिका गुप्ता और प्रसिद्ध टेक यूट्यूबर गौरव चौधरी (Technical Guruji) ने छात्रों को यह समझाया कि टेक्नोलॉजी को मास्टर नहीं, बल्कि सेवक बनाकर उपयोग करना चाहिए। उनका कहना था कि डिजिटल गैजेट्स और इंटरनेट के सही उपयोग से परीक्षा की तैयारी बेहतर हो सकती है, लेकिन यदि इसका सही संतुलन नहीं बनाया गया, तो यह पढ़ाई में बाधा भी बन सकता है।
यह चर्चित कार्यक्रम 14 फरवरी को सुबह 10 बजे प्रसारित होगा। छात्र इसे टेलीविजन, रेडियो और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर देख सकते हैं। आपको बता दे कि 'परीक्षा पे चर्चा' केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि छात्रों को परीक्षा के तनाव से मुक्त करने का एक अभियान है। इस बार का विशेष एपिसोड स्वस्थ भोजन और अच्छी नींद पर केंद्रित है, जो छात्रों को उनकी शारीरिक और मानसिक सेहत के प्रति जागरूक करने में मदद करेगा।
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