FRIDAY 02 MAY 2025
Advertisement

Toll Tax पर 1 अप्रैल से आ रही नई पॉलिसी, भर जाएगी जेब, टोल नहीं पड़ेगा महंगा

Nitin Gadkari ने कहा कि आज भारत के किसान सिर्फ अन्नदाता नहीं हैं, बल्कि वे अब ऊर्जा दाता भी बन रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने 1 अप्रैल से नई टोल पॉलिसी लाने के भी संकेत दिए हैं.

Toll Tax पर 1 अप्रैल से आ रही नई पॉलिसी, भर जाएगी जेब, टोल नहीं पड़ेगा महंगा

केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी जब भी कुछ बोलते हैं, वह सुर्खियां बन जाती हैं, क्योंकि एक तो वह बेबाक बोलते हैं और दूसरा तर्क आधारित बात करते हैं। 2014 वही साल था जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में उन्हें केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री बनाया गया था, और जब से वह इस पद पर बैठे हैं, तब से देश में सड़कों का जाल बुन दिया है। अब तक 26,425 किलोमीटर की परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है और 19,827 किलोमीटर सड़क उन्होंने बना दी है। देश में 5 ग्रीन हाईवे बनाने पर भी वह काम कर रहे हैं। अब हाईवे तो नितिन गडकरी बना रहे हैं, लेकिन जब इनपर आप चलते हैं तो आपको टैक्स भी देना पड़ता है, जिसे हम सब टोल टैक्स के नाम से जानते हैं, और कई जगह इस टैक्स की रकम आम इंसान के हिसाब से काफी ज्यादा होती है। लेकिन अब नितिन गडकरी ऐसा काम करने वाले हैं जिससे आपको अब टैक्स तो देना पड़ेगा, लेकिन अब आप उस दी गई रकम को वसूल करने के साथ मोटी कमाई भी कर सकते हैं, क्योंकि गडकरी एक टोल पॉलिसी लेकर आ रहे हैं। एक अप्रैल से इसे लागू किया जाएगा, और इसके बाद कोई भी टोल टैक्स को लेकर कोई सवाल नहीं उठा पाएंगे।

तो क्या है ये टोल पॉलिसी, इस पर तो गडकरी ने ज्यादा बात नहीं की, लेकिन उन्होंने यह जरूर बताया कि फिलहाल NHAI की टोल होने वाली इनकम 55,000 करोड़ रुपये है और अगले दो साल में यह 1.40 लाख करोड़ रुपये हो जाएगी। मैं चाहता हूं कि गरीब लोग भी हाईवे कंस्ट्रक्शन में इन्वेस्ट करें और बैंकों द्वारा जमा पर दिए जाने वाले 4.5% की तुलना में हम उनके लिए 8.05% ब्याज की पेशकश करेंगे।

ज्यादा विस्तार से तो गडकरी ने बात नहीं की, लेकिन हां इशारों-इशारों में जरूर बता दिया कि अब आप हाईवे कंस्ट्रक्शन में भी निवेश कर सकेंगे, और जो पैसा आपका बैंकों में जमा है, उस पर जितना ब्याज मिलता है, उससे दोगुना ब्याज आपको नितिन गडकरी का मंत्रालय देगा। अब नितिन गडकरी ने कहा है तो मतलब यह काम होगा, युद्धस्तर पर होगा, और गडकरी है तो पैसा डूबने की भी कोई दिक्कत परेशानी नहीं है। तो अब जितना आप हाईवे पर चलने का टैक्स देंगे, उससे ज्यादा कमाई करने का आपके पास मौका भी होगा। गडकरी ने इस ऐलान के साथ ही किसानों और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों पर भी बात की। गडकरी ने बताया कि हमारे देश की ग्रोथ में 65% पॉपुलेशन रूरल है, जिसका योगदान ग्रोथ में 12 फीसदी है। देश बायो फ्यूल पर तेजी से आगे बढ़ रहा है और किसान, अब न केवल अन्नदाता हैं, बल्कि वे अब ऊर्जा दाता भी बन रहे हैं। हमारा एग्रीकल्चर ग्रोथ रेट आने वाले कुछ सालों में 20 फीसदी बढ़ेगा।

ऐसा इसलिए क्योंकि देश का एक बड़ा हिस्सा किसानी पर निर्भर है, और बड़े हिस्से की कमाई को बढ़ाने से ही हम उस सपने तक पहुंच सकते हैं, जो सपना तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का हम देख रहे हैं। गडकरी ने आगे बताया कि मैंने बायो फ्यूल को लेकर जो मिशन शुरू किया था, उसमें सफल हूं। आज भारत में 4000 प्रोजेक्ट्स बायो एथेनॉल, बायो सीएनजी के चल रहे हैं।

तो किसान अब फसल भी उगा रहा है और फ्यूल भी बना रहा है। इसके अलावा 2047 तक का प्लान भी लेकर चल रहे हैं, जिसमें 5 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट्स शामिल हैं, ये प्रोजेक्ट हैं ग्रीन हाईवे का। गडकरी ने बताया कि देश में 36 ग्रीन हाईवे बनाने पर काम चल रहा है। इनके पूरा हो जाने के बाद चेन्नई से बेंगलुरु, 2 घंटे और मुंबई से बेंगलुरु 6 घंटे में पहुंचेंगे। चेन्नई से सूरत हाइवे का काम भी जारी है। इसके अलावा हम जम्मू कश्मीर में 105 टनल बना रहे हैं। नितिन गडकरी ने कहा कि हम मेगा प्लान बनाते नहीं करते हैं और हम 2047 तक विकसित भारत बनेंगे, इसका पूरा भरोसा है।

तो जो गडकरी ने कहा है कि हम प्लान पर काम करते हैं, शायद यही वजह है कि भरी सदन में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी अपने पैतृक गांव को नेशनल हाईवे से जोड़ने की मांग करते दिखते हैं। दरअसल उपसभापति का गांव झुंझनु जिले में आता है, गांव का नाम है किठाना, और वह गांव हाईवे से दूर है, उपसभापति की मांग पर तुरंत गडकरी खड़े होते हैं और कहते हैं कि मैं नेशनल हाईवे ही बना सकता हूं, स्टेट हाईवे नहीं बना सकता, आप मुझे वहां की जानकारी दीजिए, आपके गांव को हाईवे से जोड़ने का काम किया जाएगा। गडकरी के इस अंदाज पर सदन में बैठे सांसद मुस्कुरा देते हैं।

लाइव अपडेट
Advertisement
Captain (Dr.) Sunaina Singh का ये Podcast आपकी जिंदगी में Positivity भर देगा !
Advertisement