महाकुंभ हादसे के बाद अब कौन सी प्रलय आनी है ? बड़ी भविष्यवाणी
महाकुंभ की ख़ूबसूरती को उस वक़्त ग्रहण लगा, जब मौनी अमावस्या में हुई भगदड़ में लगभग 30 लोगों की मृत्यु हो गई। जिसकी भविष्यवाणी श्री सुमिताचार्य जी महाराज धर्म ज्ञान के साथ हुए अपने पॉडकास्ट में कर चुके थे।उन्होंने ग्रह चाल को समझाते हुए महाकुंभ में होने वाले हादसे की चेतावनी दी थी। कुंभ राशी का गुरु से संबंध बताते हुए उथल-पुथल मचने का अंदेशा जताया था। ना सिर्फ़ हादसे से पहले हादसे के होने की भविष्यवाणी की थी, बल्कि शनि गोचर में देश की सत्ता में होने वाले परिवर्तन का भी संकेत दिया।

अब जब 30 वर्ष बाद दंडाधिकारी शनि की चाल में सबसे बड़ा बदलाव होने जा रहा है, कर्मफल दाता शनि ख़ुद के घर से निकलकर मीन राशि में प्रस्थान करने जा रहे हैं।29 मार्च बाद ग्रहों की दुनिया में परिवर्तन की लहर दौड़ने वाली है। ऐसे में महाकुंभ हादसे के बाद भी क्या देश में अप्रिय घटना घटने वाली है ? जिस कालसर्प दोष में पीएम मोदी ने एक कार्यकर्ता से देश के प्रधान सेवक तक का सफ़र तय किया, क्या उसी कालसर्प दोष में वो औंधे मुँह गिरेंगे ? महाकुंभ की जिस विराट पिक्चर को विश्व पटल पर स्थापित करने में योगी बाबा सफल रहे, इंदयोग में क्या उन्हीं के फिर से राजतिलक किये जाने की तैयारी होगी ? नमस्कार धर्म ज्ञान के दर्शकों का स्वागत है। संगम नगरी प्रयागराज में चला महाकुंभ समाप्त हो चुका है लेकिन यहाँ की यादें संगम में आस्था की डुबकी लगाने वालों की ज़हन में अब तक ताज़ा हैं। 45 दिनों का सनातन का महापर्व, 66 करोड़ श्रद्धालुओं का संगम स्नान ,महाकुंभ पधारे नागा-अघोरी की फ़ौज और दुनिया भर से संगम नगरी पहुंचा मानवता का सबसे बड़ा जमावड़ा अपने आप में ऐतिहासिक है, अलौकिक है और अतुल्य है हालाँकि महाकुंभ की इसी ख़ूबसूरती को उस वक़्त ग्रहण लगा, जब मौनी अमावस्या में हुई भगदड़ में लगभग 30 लोगों की मृत्यु हो गई…जिसकी भविष्यवाणी श्री सुमिताचार्य जी महाराज धर्म ज्ञान के साथ हुए अपने पॉडकास्ट में कर चुके थे। उन्होंने ग्रह चाल को समझाते हुए महाकुंभ में होने वाले हादसे की चेतावनी दी थी। कुंभ राशी का गुरु से संबंध बताते हुए उथल-पुथल मचने का अंदेशा जताया था। ना सिर्फ़ हादसे से पहले हादसे के होने की भविष्यवाणी की थी, बल्कि शनि गोचर में देश की सत्ता में होने वाले परिवर्तन का भी संकेत दिया।