पैरा कमांडो की भर्ती में क्या होता है? जानें सेलेक्शन से लेकर ट्रेनिंग तक सब कुछ
भारत में पैरा कमांडो बनने का सपना बहुत से युवा देखते हैं, लेकिन यह प्रक्रिया उतनी आसान नहीं है। यह भर्ती भारतीय सेना द्वारा दो मुख्य बटालियनों के लिए की जाती है। इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि पैरा कमांडो बनने के लिए किन-किन योग्यताओं की जरूरत होती है, कैसे सेलेक्शन होता है, और भर्ती की पूरी प्रक्रिया क्या होती है।

भारतीय सेना का हर जवान वीर होता है, लेकिन कुछ सैनिक ऐसे होते हैं जिन्हें "बहादुरों में बहादुर" कहा जाता है। ये वे योद्धा होते हैं जो दुश्मन के दिल में खौफ पैदा कर देते हैं, जिनकी बहादुरी की कहानियां इतिहास के पन्नों में सुनहरी अक्षरों में दर्ज होती हैं। हम बात कर रहे हैं भारतीय सेना की पैरा स्पेशल फोर्स (Para SF) की, जिन्हें आमतौर पर पैरा कमांडो कहा जाता है।
पैरा कमांडो बनने का सपना हर युवा देखता है, लेकिन इस सपने को पूरा करना आसान नहीं होता। इसमें चयन प्रक्रिया कठिन होती है, ट्रेनिंग बेहद मुश्किल होती है और मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत होना अनिवार्य होता है। तो आखिर पैरा कमांडो कैसे बनते हैं? इसकी चयन प्रक्रिया क्या है? और इसके लिए कौन-कौन योग्य होता है? आज हम इस पूरे विषय पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
क्या होता है पैरा कमांडो?
पैरा कमांडो भारतीय सेना की सबसे खतरनाक और विशिष्ट यूनिट होती है। इसे पैरा स्पेशल फोर्स (Para SF) भी कहा जाता है। यह भारतीय सेना की पैराशूट रेजिमेंट (Parachute Regiment) का हिस्सा होती है, जिसे देश के सबसे कठिन और महत्वपूर्ण ऑपरेशनों के लिए तैनात किया जाता है। इनकी ड्रेस भी अलग होती है। गहरे मैरून रंग की बेरेट कैप, बलिदान बैज और शोल्डर टाइटल इन्हें बाकी सैनिकों से अलग पहचान देती है। इनका मुख्य कार्य गुप्त ऑपरेशन, आतंकवाद विरोधी अभियान, बंधक बचाव अभियान, दुश्मन के इलाके में घुसकर मिशन को पूरा करना और युद्ध क्षेत्र में विशेष कार्यों को अंजाम देना होता है। कारगिल युद्ध, 2016 का सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 का बालाकोट एयर स्ट्राइक जैसे बड़े ऑपरेशनों में पैरा कमांडो की भूमिका अहम रही है।
सेना के जवानों का चयन
अब आपके मन में यह सवाल होगा कि आखिरकार पैरा कमांडो कैसे बनते हैं? दरअसल पैरा कमांडो बनने के दो रास्ते होते हैं। पहला डायरेक्ट रिक्रूटमेंट जिसे हम सीधी भर्ती भी कहते हैं। यानी अगर आप सीधे पैरा कमांडो बनना चाहते हैं, तो आपको पहले भारतीय सेना में भर्ती होना पड़ेगा। इसके लिए सेना हर साल रैली भर्ती का आयोजन करती है, जहां उम्मीदवारों का चयन किया जाता है।
वही इसकी प्रक्रिया की बात करें तो सबसे पहले उम्मीदवार को भारतीय सेना में सिपाही के रूप में भर्ती होना होता है। भर्ती होने के बाद उसे बेसिक ट्रेनिंग पूरी करनी होती है। इसके बाद उन्हें पैरा कमांडो ट्रेनिंग के लिए आवेदन करने का मौका मिलता है। सफल उम्मीदवारों को बेंगलुरु स्थित पैरा कमांडो ट्रेनिंग सेंटर (PRTC) भेजा जाता है। वहां कठिन ट्रेनिंग के बाद ही कोई जवान पैरा कमांडो की यूनिट में शामिल हो सकता है।
वही दूसरी तरफ भारतीय सेना के पहले से सक्रिय जवान भी पैरा कमांडो में शामिल होने के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपने अधिकारियों से अनुमति लेनी पड़ती है और फिर उन्हें कठिन सेलेक्शन प्रोसेस से गुजरना होता है। पैरा कमांडो बनने की असली परीक्षा ट्रेनिंग के दौरान ही होती है। यह ट्रेनिंग इतनी कठिन होती है कि 90% से ज्यादा उम्मीदवार इसे पूरा नहीं कर पाते।
1. हैल वीक (Hell Week)
यह ट्रेनिंग का सबसे कठिन हिस्सा होता है। इसमें उम्मीदवारों को 5-6 दिनों तक लगातार बिना सोए ट्रेनिंग दी जाती है। 20 किलो वजन के साथ लंबी दूरी तक दौड़ना। कठिन इलाके में सर्वाइवल की ट्रेनिंग। स्नाइपर और क्लोज-क्वार्टर बैटल (CQB) तकनीक सीखना। बिना भोजन और पानी के टिके रहने की परीक्षा।
2. जंप ट्रेनिंग (Parachute Jump Training)
जवानों को सभी परिस्थितियों में पैराशूट से कूदने की ट्रेनिंग दी जाती है। 5 स्टैटिक लाइन जंप और 3 फ्री फॉल जंप करने होते हैं।
3. जंगल और स्नो सर्वाइवल ट्रेनिंग
घने जंगलों, रेगिस्तान और बर्फीले इलाकों में कैसे जिंदा रहना है, इसकी ट्रेनिंग दी जाती है। दुश्मन के इलाके में घुसकर गुप्त मिशन पूरा करने की तकनीक सिखाई जाती है।
पैरा कमांडो की खासियत और सुविधाएं
एक पैरा कमांडो को सामान्य सैनिकों से अलग सुविधाएं और पहचान मिलती है। जैसे बलिदान बैज (Balidan Badge) सम्मान। विशेष ऑपरेशन में भाग लेने का मौका। देश और सेना में खास पहचान। ऑपरेशन के दौरान बेहतर हथियार और उपकरण। अन्य सैनिकों के मुकाबले अधिक वेतन और भत्ते।
पैरा कमांडो बनना आसान नहीं है। इसके लिए असाधारण हिम्मत, साहस, मानसिक और शारीरिक ताकत की जरूरत होती है। यहां तक कि भारतीय सेना के जवान भी इस कठिन ट्रेनिंग को पूरा करने में असफल हो जाते हैं। लेकिन अगर आपका सपना देश की रक्षा करना है और भारत माता के लिए कुछ असाधारण करना है, तो पैरा कमांडो आपके लिए सबसे उपयुक्त विकल्प हो सकता है।
यह सिर्फ एक नौकरी नहीं, बल्कि बलिदान, साहस और देशभक्ति का प्रतीक है। अगर आप इस चुनौती को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं, तो पैरा कमांडो की दुनिया में आपका स्वागत है!
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