FRIDAY 02 MAY 2025
Advertisement

बिना अनुमति कॉल रिकॉर्ड करने पर हो सकती है सजा, जानें कानूनी पहलू

भारत में कॉल रिकॉर्डिंग से संबंधित कई कानूनी प्रावधान हैं, जिनका उल्लंघन करने पर सजा हो सकती है।यहां हम कॉल रिकॉर्डिंग करने के कानूनी पहलुओं पर चर्चा करेंगे और बताएंगे कि किस स्थिति में यह अपराध हो सकता है और इसके लिए क्या सजा हो सकती है।

बिना अनुमति कॉल रिकॉर्ड करने पर हो सकती है सजा, जानें कानूनी पहलू

Call Recording Rules: आजकल, स्मार्टफोन के ज़रिए कॉल रिकॉर्डिंग करना बेहद आम हो चुका है, और लोग व्यक्तिगत बातचीत, व्यवसायिक बातचीत या किसी खास परिस्थिति में साक्ष्य के तौर पर कॉल रिकॉर्ड करने का रुझान रखते हैं। हालांकि, कई लोग यह नहीं जानते कि यह काम कानूनी रूप से सजा का कारण बन सकता है, यदि यह नियमों के खिलाफ किया जाए। भारत में कॉल रिकॉर्डिंग से संबंधित कई कानूनी प्रावधान हैं, जिनका उल्लंघन करने पर सजा हो सकती है।यहां हम कॉल रिकॉर्डिंग करने के कानूनी पहलुओं पर चर्चा करेंगे और बताएंगे कि किस स्थिति में यह अपराध हो सकता है और इसके लिए क्या सजा हो सकती है।

भारत में कॉल रिकॉर्डिंग के कानूनी प्रावधान

भारत में कॉल रिकॉर्डिंग की कानूनी स्थिति अस्पष्ट हो सकती है, क्योंकि यह भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम, 1885 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के तहत नियंत्रित होती है। इन कानूनों के अनुसार, किसी भी व्यक्ति द्वारा दूसरे व्यक्ति की सहमति के बिना कॉल रिकॉर्डिंग करना अवैध माना जा सकता है।

भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम, 1885:

इस अधिनियम के तहत, किसी की बातचीत को रिकॉर्ड करना बिना उसकी अनुमति के अपराध हो सकता है। केवल सरकारी एजेंसियों को कुछ विशेष मामलों में वार्तालाप की रिकॉर्डिंग करने का अधिकार होता है।

सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 (IT Act):

इस अधिनियम में भी किसी की अनुमति के बिना कॉल रिकॉर्डिंग को अवैध माना गया है। IT अधिनियम के तहत, यदि किसी व्यक्ति की व्यक्तिगत जानकारी, कॉल रिकॉर्ड या संवाद बिना अनुमति के साझा किया जाता है या रिकॉर्ड किया जाता है, तो यह साइबर क्राइम के तहत आता है।

कॉल रिकॉर्डिंग करते वक्त क्या ध्यान रखें?

कानूनी दृष्टिकोण से कॉल रिकॉर्ड करने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान में रखनी चाहिए:

सहमति प्राप्त करें:

किसी अन्य व्यक्ति के साथ बातचीत करते समय यदि आप कॉल रिकॉर्ड करना चाहते हैं, तो उनकी स्पष्ट सहमति प्राप्त करें। यदि बातचीत की रिकॉर्डिंग बिना अनुमति के की जाती है, तो यह कानून का उल्लंघन हो सकता है।

व्यक्तिगत और पेशेवर बातचीत में भेद:

व्यक्तिगत कॉल्स और पेशेवर कॉल्स में अंतर होता है। व्यावसायिक कॉल्स में रिकॉर्डिंग के लिए सहमति लेना जरूरी हो सकता है, जबकि व्यक्तिगत कॉल्स में यह और भी संवेदनशील हो सकता है। खासकर, अगर एक व्यक्ति दूसरी पार्टी की सहमति के बिना रिकॉर्ड कर रहा है, तो यह कानूनी रूप से गलत हो सकता है।

कॉल रिकॉर्डिंग के लिए क्या हो सकती है सजा?

अगर किसी व्यक्ति ने दूसरे की सहमति के बिना कॉल रिकॉर्ड किया है, तो यह गंभीर कानूनी परिणामों को जन्म दे सकता है। यदि यह कृत्य भारतीय कानूनों का उल्लंघन करता है, तो इसके लिए सजा हो सकती है।

सजा का प्रावधान:

1. आईटी अधिनियम के तहत यदि किसी ने किसी अन्य व्यक्ति की कॉल को बिना अनुमति के रिकॉर्ड किया है और इसे सार्वजनिक किया है, तो उसे 3 साल तक की सजा और जुर्माना हो सकता है।

2. भारतीय टेलीग्राफ अधिनियम, 1885 के तहत, बिना अनुमति के बातचीत रिकॉर्ड करने पर जुर्माना या 2 साल की सजा हो सकती है।

3.यह सजा तब लागू होती है जब किसी ने जानबूझकर या अपराधी इरादे से कॉल रिकॉर्ड किया हो और इसे गैरकानूनी तरीके से साझा किया हो।

कोर्ट की भूमिका और न्यायिक दृष्टिकोण

भारतीय न्यायपालिका ने भी कई बार इस मुद्दे पर रुख स्पष्ट किया है। कोर्ट यह मानते हैं कि कॉल रिकॉर्डिंग एक संविदानिक अधिकार का उल्लंघन कर सकती है, खासकर तब जब यह दूसरे व्यक्ति की निजता से संबंधित हो। अदालतें यह सुनिश्चित करने के लिए कई मामलों में यह जांचती हैं कि क्या रिकॉर्डिंग के लिए सहमति ली गई थी और क्या यह किसी तरह से किसी की निजता का उल्लंघन कर रहा था।

क्या कार्यस्थल में कॉल रिकॉर्ड करना अवैध है?

कई कंपनियां अपने कर्मचारियों और ग्राहकों के बीच बातचीत को रिकॉर्ड करती हैं, खासकर कस्टमर सर्विस के लिए। यह कार्य व्यवसायिक दृष्टिकोण से पूरी तरह से कानूनी हो सकता है, लेकिन इसके लिए भी कर्मचारियों को सूचित करना आवश्यक होता है। यदि कर्मचारियों को बिना जानकारी दिए कॉल रिकॉर्ड किए जाते हैं, तो यह भी अवैध हो सकता है।

कॉल रिकॉर्डिंग करना कभी-कभी जरूरी हो सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि यह कानूनी तरीके से किया जाए। किसी की सहमति के बिना कॉल रिकॉर्ड करना न केवल आपकी निजता का उल्लंघन है, बल्कि यह गंभीर कानूनी परिणामों का कारण भी बन सकता है। इसलिए, हमेशा किसी की अनुमति लेकर ही कॉल रिकॉर्ड करें और इसे कानूनी रूप से सुरक्षित रखने का प्रयास करें।

लाइव अपडेट
Advertisement
Captain (Dr.) Sunaina Singh का ये Podcast आपकी जिंदगी में Positivity भर देगा !
Advertisement