ध्रुव राठी ने जारी की अरविंद केजरीवाल की डॉक्युमेंट्री, कैसे आप नेताओं को फंसाया गया, डॉक्युमेंट्री में किया खुलासा
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर बनी डॉक्यूमेंट्री 'अनब्रेकेबल' को ध्रुवराठी के यूट्यूब चैनल पर रिलीज़ किया गया. जिसमें आम आदमी पार्टी के नेताओं को घोटाले के आरोप में जेल भेजने से लेकर जेल से बाहर आने तक का पूरा मामला दिखाया गया है बता दें की इससे पहले इस डॉक्यूमेंट्री की प्राइवेट स्क्रीनिंग पर दिल्ली पुलिस ने रोक लगा दी थी

दिल्ली के चुनावी दंगल में आम आदमी पार्टी हो या कांग्रेस-बीजेपी। सभी दलों की तरफ़ से नए नए दांव पेंच खेले जा रहे हैं। इसी बीच आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने नई नई योजनाओं की घोषणा के बाद ऐसा धमाका कर दिया है। दिल्ली की विपक्षी पार्टियों की ज़मीन हिल गई है। क्योंकि आम आदमी पार्टी की तरफ़ से आप नेताओं पर बनी एक डॉक्यूमेंट्री रिलीज की गई है।जो यूट्यूबर ध्रुव राठी के चैनल पर दिखाई गई। दरअसल पहले आम आदमी पार्टी की इस डॉक्यूमेंट्री की केजरीवाल के ज़रिए पत्रकारों के लिए प्राइवेट स्क्रिनिंग होनी थी। लेकिन दिल्ली पुलिस ने आप की इस डॉक्यूमेंट्री की ना स्क्रिनिंग पर ना सिर्फ़ रोक लगी दी। बल्कि बैन भी लगा दिया। परमिशन ना होने का हवाला दिया गया। और अब आख़िर में आप की इस डॉक्यूमेंट्री को रिलीज़ किया गया है यूट्यूबर ध्रुव राठी के चैनल पर। जिसने रिलीज़ होते ही राजनीति में धमाका कर दिया। क्योंकि इस डॉक्यूमेंट्री में दिखाया गया कि कैसे कम समय में राष्ट्रीय पार्टी बनी आम आदमी पार्टी को तोड़ने। उसके नेताओं की इमेज ख़राब करने के मक़सद से पार्टी पर तमाम दाग़ लगाए गए। और शुरुआत की गई भ्रष्टाचार के आरोप में सत्येंद्र जैन को जेल भेजने से।
डॉक्यूमेंट्री में दिखाया और बताया गया है कि कैसे 10 साल पहले बनी एक मामूली पार्टी राष्ट्रीय पार्टी बनकर खड़ी हो गई। यही बात दूसरे दलों को पसंद नहीं आई। इसलिए उसे तोड़ने के लिए उसके नेताओं को निशाना बनाया गया। एक एक कर भ्रष्टाचार के केस में केजरीवाल और उनकी टीम को फंसाया गया। पहले सत्येंद्र जैन जेल पहुँचे। फिर नंबर लगा सिसोदिया का।और फिर क्या आप नेताओं की एक के बाद एक गिरफ़्तारियों का सिलसिला शुरू हो गया ।
डॉक्यूमेंट्री में आरोप यही लगाया गया कि शराब घोटाला एक झूठ था। बस आप नेताओं को फँसाने के लिए ये क्रिएट किया गया। ताकी आप नेताओं को जेल में डालकर आम आदमी पार्टी को राजनीतिक रूप से ख़त्म किया जा सके। लेकिन ना तो आप नेताओं ने हार मारी। ना पार्टी को ख़त्म होने दिया। उतार-चढ़ाए आए। जेल में हुए बर्ताव से टूटे। लेकिन हिम्मत नहीं छोड़ी। आख़िर में इसी हिम्मत के सहारे दिल्ली के विधानसभा चुनाव में पूरी टीम उतरी है।ऐेसा आप नेताओं पर बनी आम आदमी पार्टी की डॉक्यूमेंट्री में दिखाया गया है।
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