बीजेपी प्रत्याशी कपिल मिश्रा ने केजरीवाल पर साधा निशाना, कहा- आप हमेशा विपक्ष में रहना चाहती है
ल्ली की करवाल नगर विधानसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार कपिल मिश्रा चुनाव प्रचार के दौरान दावा किया कि 'आप' हमेशा विपक्ष की भूमिका में रहना चाहती है।

देश की राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए 5 फरवरी को मतदान होगा जिसके नतीजे 8 फरवरी को सामने आएंगे। इसके लिए सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी से लेकर विपक्ष की बीजेपी और इंडिया गठबंधन में शामिल रही आप की सहयोगी कांग्रेस भी चुनाव प्रचार अभियान में अपनी पूरी ताकत झोंकी हुई है। इन सभी दलों के दिग्गज नेता चुनावी रैली से लेकर जनसभाओं को संबोधित करते हुए एक-दूसरे पर जमकर कटाक्ष कर रहे है। इन कटाक्षों पर तुरंत दूसरी पार्टी की तरफ़ से पलटवार भी सामने आ रहे है। इसी कड़ी में अब दिल्ली की करवाल नगर विधानसभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार कपिल मिश्रा चुनाव प्रचार के दौरान दावा किया कि 'आप' हमेशा विपक्ष की भूमिका में रहना चाहती है।
भगवा लहर चल रही: कपिल मिश्रा
बीजेपी प्रत्याशी कपिल मिश्रा ने सोनिया विहार इलाकें में प्रचार के डरैन न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस से बात की, जिसमें उन्होंने बताया, "क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान जनता का बहुत समर्थन मिल रहा है। कार्यकर्ताओं और लोगों में उत्साह है। पूरे दिल्ली में एक भगवा लहर चल रही है और 8 फरवरी को दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने जा रही है। करावल नगर से भी पार्टी बड़े अंतर से जीत दर्ज करने जा रही है।" भारतीय जनता पार्टी के चुनाव जीतने के बाद दिल्ली में योजनाओं को बंद करने के अरविंद केजरीवाल के आरोप पर भाजपा प्रत्याशी कपिल मिश्रा ने कहा, "आम आदमी पार्टी के लोगों को आरोप नहीं लगाना था, बल्कि ये बताना था कि उन्होंने 10 साल में क्या किया है, उन्हें रिपोर्ट कार्ड दिखाना था।"
सत्ता में रहकर कुछ नहीं कर पाए
कपिल मिश्रा ने आगे कहा, "आम आदमी पार्टी हमेशा विपक्ष की भूमिका में रहना चाहती है। वे राज्य में सत्ता की भूमिका में थे, लेकिन कुछ कर नहीं पाए हैं। अरविंद केजरीवाल भी अपने विधानसभा क्षेत्र में कुछ नहीं कर पाए हैं। आज के समय में केजरीवाल नई दिल्ली और आतिशी कालकाजी हार रही हैं। स्पष्ट बहुमत के साथ इस बार सत्ता विरोधी लहर है, ऐसे में इस बार भाजपा की सरकार आएगी।" उन्होंने आगे कहा, "दिल्ली में पिछले 10 साल में कोई काम नहीं हुआ, कई सारे अधूरे कामों को पूरा करना है। सड़कें टूटी हुई हैं, पानी के निकासी की उचित व्यवस्था नहीं है। सड़कों का चौड़ीकरण होना है, कई सारी परेशानी हैं, और एक-एक करके सभी पर फोकस किया जाएगा। लोग भी इंतजार कर रहे थे कि विकास करने वाली पार्टी को मौका दिया जाए और इसलिए सरकार में उत्साह देखने को मिल रहा है।"
उल्लेखनीय है कि दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए एक ही चरण में 5 फरवरी को वोटिंग है, वहीं इसके नतीजे 8 फरवरी को सामने आएंगे।
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