बिहार में राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर लगातार अपनी सियासी पार्टी को लेकर एक्टिव हैं। उन्होंने पहले ही घोषणा कर दी है कि उनकी पार्टी में महिलाओं की कितनी हिस्सेदारी होने वाली है। इसके बाद उन्होंने मुसलमानों को लेकर भी बड़ा ऐलान किया है। ऐसे में सियासत अब बिहार की बदल रही है। देखिए एक खास रिपोर्ट
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एक्सक्लूसिव02 Nov, 202403:58 PMमुसलमानों का जन सूराज पार्टी को समर्थन, क्या है वजह? जान लिजिए
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कड़क बात02 Oct, 202403:48 PMमोदी के हनुमान चिराग़ पासवान के बयान से दिल्ली तक कोहराम, बोले- ‘मंत्री पद को मार देंगे लात..’
ख़ुद को पीएम मोदी का हनुमान बताने वाले चिराग़ पासवान अब उनके विरोधी बनते दिखाए दे रहे हैं। चिराग़ पासवान के अब मंत्री मद को लात मारने की बात कही है दरअसल आरक्षण पर बात करते हुए चिराग़ पासवान ने कहा कि अगर उनके समाज की अनदेखी की गई तो वो मंत्री पद छोड़ने में वक़्त नहीं लगाएँगे।
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न्यूज02 Oct, 202412:37 AMचिराग पासवान ने क्यों दिया मंत्री पद छोड़ने का संकेत? जानें राजनीति के समीकरण
चिराग पासवान, जो एलजेपी (रामविलास) के सुप्रीमो और केंद्रीय मंत्री हैं, इन दिनों भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को अपने तेवर दिखा रहे हैं। हाल ही में पटना के एक कार्यक्रम में उन्होंने खुलेआम चुनौती दी कि अगर उनके समर्थकों के साथ अन्याय हुआ, तो वे मंत्री पद छोड़ देंगे। चिराग ने अपने पिता रामविलास पासवान का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे उन्होंने कुर्सी को लात मारी थी, वैसे ही वे भी कुर्सी को छोड़ने से नहीं हिचकिचाएंगे।
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न्यूज31 Aug, 202403:32 PMशाह से मिले चिराग, अनबन के बीच मुलाकात के बाद बड़ा खुलासा !
अमित शाह से मुलाकात के बाद चिराग ने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रति मेरा प्यार अटूट है. जब तक वह प्रधानमंत्री हैं, मैं उनसे अलग नहीं हो सकता। मेरे विचार हमेशा सरकार की नीतियों को ही प्रतिबिंबित करते हैं लेकिन कुछ लोग उनके और बीजेपी के बीच दरार पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनके रिश्ते में कोई खटास नहीं है।
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न्यूज29 Aug, 202411:45 AM240 सीटों के बावजूद गठबंधन में क्यों लड़खड़ा रही बीजेपी, क्या PM Modi को है अनुभव की कमी ?
देश की राजनीति में अटल बिहारी वाजपेयी के नाम को कोई शायद ही भूल सकता है, उन्होंने अपनी सरकार में अहम फ़ैसले लिए बावजूद इसके जब उनकी सरकार गठबंधन की थी और भाजपा 182 सीट तक सीमित थी लेकिन अब सवाल इस बात का खड़ा हो रहा है कि वर्तमान में 240 सीट पाकर भी भाजपा के लिए गठबंधन की राजनीति अचानक मुश्किल में क्यों पड़ती जा रही है ?