यह टेलीफोन हिटलर के आदेशों का सजीव गवाह था, जिससे लाखों लोगों की मौत का रास्ता तय हुआ। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, हिटलर ने इसी फोन का उपयोग कर खतरनाक आदेश दिए थे। इसे ‘मौत का फोन’ कहा जाता है।
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स्पेशल्स03 Dec, 202401:00 AM2 करोड़ में नीलाम हुआ था हिटलर का ‘मौत का टेलीफोन',जानिए इसका डरावना इतिहास
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स्पेशल्स28 Nov, 202412:03 AMकिराए की गोद का कारोबार, जानें भारत और यूक्रेन में क्यों है इतनी डिमांड?
सरोगेसी, जिसे 'किराए की गोद' के नाम से भी जाना जाता है, आज के समय का एक उभरता हुआ व्यवसाय है। इसमें महिलाएं अपनी कोख को उन दंपत्तियों के लिए किराए पर देती हैं जो प्राकृतिक रूप से बच्चा नहीं कर सकते। भारत, यूक्रेन, और गुयाना जैसे देश सरोगेसी के प्रमुख केंद्र बन गए हैं।
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स्पेशल्स13 Nov, 202412:17 PMमुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों के शवों का सेना क्या करती है?
मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादियों के शवों का सेना के पास एक संवेदनशील प्रक्रिया होती है। सबसे पहले शव की पहचान और मेडिकल जांच की जाती है, जिसमें पोस्टमॉर्टम और डीएनए परीक्षण शामिल हो सकते हैं। लेकिन उसके बाद शवों का भारतीय सेना क्या करती है, आइए विस्तार से जानते हैं।
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स्पेशल्स13 Nov, 202401:00 AMशाकाहारी या मांसाहारी क्या है अंजीर, क्यों लोग इसे कह रहे है नॉनवेज फल?
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक दिलचस्प चर्चा छिड़ी है कि क्या अंजीर शाकाहारी फल है या मांसाहारी। लोगों के बीच भ्रम का कारण अंजीर के अंदर मौजूद कुछ विशेष कीड़े हैं, जिन्हें कई लोग नॉनवेज मानते हैं। अंजीर के अंदर कीड़ों के होने का कारण इसकी विशेष परागण प्रक्रिया है, जिसमें एक विशेष प्रकार की ततैया (फिग वास्प) फूल के अंदर अंडे देती है।
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स्पेशल्स07 Nov, 202406:25 PMजमीन के अंदर उगने वाली चीजों से जैन धर्म वाले क्यों करते है परहेज? वजह जानकर हो जाएंगे हैरान
जैन धर्म के अनुयायी अपने जीवन में अहिंसा और त्याग के सिद्धांतों का पालन करते हुए जमीन के अंदर उगने वाली चीजों जैसे आलू, प्याज, और लहसुन का सेवन नहीं करते। इसका मुख्य कारण यह है कि इन खाद्य पदार्थों में अनगिनत सूक्ष्म जीवाणु होते हैं, जो उन्हें निकालने और खाने पर मारे जाते हैं।