मायावती के एक और भतीजे की सियासत में होगी एंट्री ?, एक तस्वीर से राजनीति में हड़कंप!
मायावती ने बीएसपी के यूपी संगठन की समीक्षा बैठक बुलाई है इस बैठक की एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जिसने राजनीति में हड़कंप मचा दिया है दरअसल मायावती की बैठक में आनंद कुमार और आकाश आनंद के साथ ईशान आनंद भी पहुंचे हैं जिससे क़यास लगाए जाने लगे हैं कि ईशान आनंद की भी राजनीति में एंट्री होने वाली है

पिछले कुछ दिनों से मायावती एक के बाद एक सियासी तीर छोड़कर विरोधियों को घायल कर रही है। क्योंकि सत्ता में वापसी का फिर रास्ता बनाना है ।उनसे छिटके दलित वोट बैंक को वापस लाना है। यही वजह है कि संविधान का मुद्दा हो। या फिर आंबेडकर का मुद्दा। या फिर कुंभ में आस्था की डुबकी। मायावती खुलकर सामने आ रही है।अखिलेश यादव से लेकर राहुल गांधी और चंद्रशेखर आज़ाद के पसीने छुड़ा रही है। सबसे बड़ी बात तो से है कि मायावती योगी सरकार की कुछ योजनाओं से भी संतुष्ट होकर बौखलाने वाले विपक्ष को आईना भी दिखा रही है। अभी अपने विरोधियों को ढेर करने के। लिए मायावती ने मैदान में अपने एक और शेर को उतार दिया है। जिसके तस्वीर ने यूपी से दिल्ली तक तहलका मचा दिया है।ये शेर कोई और नहीं बल्कि मायावती का पारिवारिक सदस्य है। दरअसल हालांकि में आकाश आनंद को मायावती ने बड़ी ज़िम्मेदारी सौंपी थी। लेकिन इस बीच उनके मंच पर एक और ऐसा शख़्स दिखाई दिया।जिसने राजनीति में कई सवाल खड़े कर दिए। दऱअसल मायावती ने लखनऊ में यूपी के संगठन की समीक्षा बैठक बुला ली है इस बैठक में बीएसपी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ साथ सभी जिलाध्यक्षों और अन्य पदाधिकायों को भी बुलाया गया।लेकिन ।
इस दौरान मायावती के भाई आनंद कुमार अपने बेटे ईशान और आकाश आनंद के साथ पहुँचे।
बस यहीं से राजनीति में खेल शुरू हो गया। दरअसल आकाश आनंद बीएसपी के नेशनल कोऑर्डिनेटर और मायावती के उत्तराधिकारी भी हैं लेकिन ईशान आनंद के लिए यह पहला मौक़ा है जब वो पार्टी कि किसी बैठक में शामिल होने पहुँचे हैं। ईशान आनंद के बीएसपी की बैठक में पहुँचने के साथ ही अब इस तरह की चर्चा तेज़ हो गई है कि मायावती जल्द ही उन्हें भी सियासत में लॉ़न्च कर सकती है। अब इन चर्चाओं ने तब और ज़्यादा जोर पकड़ लिया। जब मायावती के जन्मदिन के मौक़े पर भी ईशान अपने भाई और पिता के साथ बुआ मायावती के कार्यक्रम में नज़र आए थे। लंदन से लॉ की पढ़ाई करके लौटे ईशान का परिचय ख़ुद मायावती ने कराया था और मायावती ने बताया था कि फ़िलहाल वे अपने पिता के कारोबार में हाथ बंटा रहे हैं। अब सवाल यही खड़े हो रहे हैं कि आख़िर अचानक ऐसा क्या हुआ कि मायावती को अपने दूसरे भतीजे को भी लॉन्च करना पड़ा। चलिए ये भी बताते हैं। दरअसल इसके पीछे बीएसपी का सिकुड़ता जनाधार सबसे बड़ी वजह है। साथ ही यूपी चुनाव 2022 में बीएसपी एक सीट ही जीत सकी। 2024 के आम चुनाव में बीएसपी खाता तक नहीं खोल सकी थी।
हालांकि में नौ विधानसभा सीटों के लिए हुए उपचुनाव में भी बीएसपी का प्रदर्शन दयनीय रहा। तो ऐसे में मायावती को भी समझ आ गया कि शांत बैठना ठीक नहीं है। उन लोगों को सबक सिखाया जाए। जो उनके वोट बैंक में ही सेंधमारी कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि जबसे मायावती के दूसरे भतीजे की फ़ोटो सियासी मंच से वायरल हुई है। तबसे चंद्रशेखर से लेकर अखिलेश यादव और राहुल गांधी की टेंशन हाई हो गई है। क्योंकि अब मायावती अकेले की मोर्चा नहीं संभालेंगी ।बल्कि उनकी सपोर्ट बनेगा उनका ख़ानदान। मायावती के मंच से आई इस तस्वीर ने सियासी हलकों में तहलका मचा दिया है।
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