ट्रेनों को क्षतिग्रस्त करने वालों को CCTV से ढूंढ-ढूंढकर निकालेगा रेलवे प्रशासन, होगी सख्त कार्रवाई
महाकुंभ यात्रा के दौरान कुछ रेलवे स्टेशनों पर कई घटनाएं घटी है। लोगों ने ट्रेनों को क्षति पहुंचाई है। ट्रेनों के साथ तोड़-फोड़ और पैसेंजर्स के साथ मारपीट भी की गई है। इन मामलों में RPF ने FIR दर्ज कर लिया है। अब सख्त कार्रवाई होगी।

महाकुंभ को लेकर लोगों में आस्था है, इशलिए लाखों करोड़ों लोगों की भीड़ डुबकी लगाने के लिए कुंभ मेला क्षेत्र की तरफ रूख कर रहें है। लोगों में महाकुंभ पहुंचने की इतनी होड़ मची हुई है कि ये लोग सही गलत सबकुछ भूल गए है। यात्रा के दौरान कुछ रेलवे स्टेशनों पर कई घटनाएं घटी है। ट्रेनों के साथ तोड़-फोड़ और पैसेंजर्स के साथ मारपीट की गई है। टेनों को नुकसान पहुचाने वाले 3 मामले, यात्रियों के साथ मारपीट के मामले समेत वंदे भारत पर पत्थरबाजी के साथ साथ खाली इंजन में घुसने के मामले शामिल है।
महाकुंभ के दौरान क्या क्या घटनाएं हुई?
ट्रेन की खिड़कियां तोड़ी गई
रेलवे प्रशासन ने मामलों पर संज्ञान लेते हुए कठोर कार्रवाई करने का फैसला ले लिया है। आपको बता दें कि 3 मामले आए हैं, जहां पर स्टेशन पर खड़ी ट्रेनों के शीशे तोड़ने के मामले सामने आए हैं। इनमें लिच्छवी एक्सप्रेस, वंदे भारत और स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस शामिल है। दोनों ही ट्रेनों में कुछ उपद्रवी यात्रियों ने गेट और खिड़कियों के शीशें तोड़ डाले। 12 फरवरी को लिच्छवी एक्सप्रेस के साथ हुई घटना पर रेलवे अधिनियम की धारा 153 के तहत FIR नंबर 71/2025 दर्ज की गई है। वहीं 10 फरवरी को स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी करने वालों के खिलाफ FIR नंबर 168/2025 दर्ज की गई है। 13 जनवरी को वंदे भारत एक्सप्रेस की कोच की खिड़की का शीशा उपद्रवियों ने तोड़ डाला इस मामले पर रेलवे अधिनियम की धारा 153 और 147 के तहत FIR No. 13/2025 दर्ज की गई है।
यात्रियों के साथ मारपीट का मामला
12 फरवरी को कटिहार स्टेशन पर 12487 ट्रेन में चढ़ने को लेकर यात्रियों के बीच झड़प हो गई। इस घटना का वीडियो "X" (ट्विटर) पर मिला, जिसके बाद FIR नंबर 768/25 दर्ज की गई है। यह मामला रेलवे अधिनियम की धारा 145, 155 और 146 के तहत दर्ज किया गया है और जांच की जा रही है।
9 फरवरी 2025 को कुंभ मेला स्पेशल ट्रेन संख्या 05129 में महिला और पुरुष श्रद्धालु ट्रेन के पीछे जुड़े खाली इंजन में चढ़ गए। यात्रियों को सुरक्षित नीचे उतारा गया और हिदायत दी गई। जिसके बाद ट्रेन रात 1:48 बजे अपनी मंजिल के लिए रवाना हो गई। ये घटना रात 1:30 बजे प्लेटफार्म 2 पर पहुँची थी। इस दौरान इसके अधिकतर डिब्बों के दरवाजे अंदर से बंद थे। जिससे कुछ लोगों ने खाली इंजन का रूख किया था।