Kunal Kamra विवाद में Yogi ने मारी एंट्री, सुनिये क्या कहा ?
अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर कुणाल कामरा ने कुछ इसी तरह से पीएम मोदी के खिलाफ भी अपनी भड़ास निकाली जिसे अब यूपी की सत्ता संभाल रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुंहतोड़ जवाब दिया है, सुनिये क्या कुछ कहा ?

दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश हिंदुस्तान के संविधान में एक ऐसा अनुच्छेद है। जो हमें अपनी बात रखने की आजादी देता है। जिसे लोग अभिव्यक्ति की आजादी भी कहते हैं। ये अनुच्छेद है। 19 (1) क जी हां। इसी अनुच्छेद के तहत देश के नागरिकों को अपनी बात रखने की आजादी दी जाती है। लेकिन कुणाल कामरा जैसे कॉमेडियन इसी आजादी का फायदा उठाकर लगता है अब हद पार करने लगे हैं। इसीलिये कुछ ही दिनों पहले कॉमेडी के नाम पर कुणाल कामरा ने भरपूर गाली के साथ पीएम मोदी से लेकर डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे तक। कई जानी मानी हस्तियों के खिलाफ बिना नाम लिये ही ऐसी कॉमेडी की। जो कॉमेडी कम। सियासी एजेंडा ज्यादा लग रहा था। जिसके बाद शिव सैनिकों का ऐसा गुस्सा भड़का कि जिस स्टूडियो में कुणाल कामरा ने कॉमेडी शो किया। उस स्टूडियो को ही शिव सैनिकों ने तोड़ कर रख दिया। तो वहीं दूसरी तरफ कुणाल कामरा के खिलाफ FIR भी दर्ज कर ली गई है।
कॉमेडी के बहाने मोदी सरकार के खिलाफ भड़ास निकालने में माहिर कुणाल कामरा ने एक तंज भरे गाने के जरिये जहां एकनाथ शिंदे को बिना नाम लिये गद्दार कह दिया। तो वहीं दूसरी तरफ पीएम मोदी के खिलाफ भी उन्होंने बिना लिये ही तंज मारते हुए गाना गाया।"झूठा हूं मैं कातिल भी हूं, सब घोटालों में शामिल भी हूं, एमपी चुराना वॉइस दबाना बस यही मेरा कसूर, वादों से अपने मुकरता नहीं, पूरा उन्हें कभी करता नहीं, तानाशाह ओ तानाशाह। तानाशाह ओ तानाशाह, दोगला हूं मैं खोखला भी हूं, खाता रोज मैं ढोकला भी हूं स्कीमें चुराना अपना बताना बस यही मेरा कसूर, डिग्री मैं अपनी दिखाता नहीं नौकरी मैं किसी की लगाता नहीं "
अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर कुणाल कामरा ने कुछ इसी तरह से पीएम मोदी के खिलाफ भी अपनी भड़ास निकाली जिसे अब यूपी की सत्ता संभाल रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। और एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य है कि कुछ लोगों ने देश का चीर हरण करना और विभाजन की खाईं को और चौड़ी करने के लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को अपना जन्म सिद्ध अधिकार मान लिया है।
सीएम योगी ने अभिव्यक्ति की आजादी की याद इसलिये दिलाई। क्योंकि कॉमेडियन कुणाल कामरा ने भी राहुल गांधी की तरह हाथ में संविधान लेकर अपनी गालीबाज कॉमेडी का बचाव करने की कोशिश की थी।और कहा था कि ये संविधान हमें आजादी देता है।और इसी आजादी के दम पर कुणाल कामरा कॉमेडी से ज्यादा गाली देते नजर आए। जिस पर शिवसेना के सांसद धैर्यशील संभाजीराव माने ने भी बिना लिये ही कुणाल कामरा को कह दिया जिसका कमरा खाली है वो जोकर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पर अनाप शनाप बक रहा है।
कुणाल कामरा ने कॉमेडी के नाम पर जिस तरह से गालियों से भरा शो किया। और ज्यादातर बीजेपी और उनकी सहयोगी पार्टियों को निशाना बनाया।उसे देख कर कुणाल कामरा को कॉमेडियन कम। विपक्षी नेता जरूर कहा जाना चाहिए। क्योंकि एक कॉमेडियन का काम बिना गाली दिये नेताओं पर तंज मार कर लोगों को हंसाना होता है। लेकिन कुणाल कामरा की कॉमेडी में कॉमेडी कम गाली ज्यादा नजर आई ।
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